टोक्यो पैरालंपिक: फाइनल में हारे सुहास एल वाई, रजत पदक से करना पड़ा संतोष
क्या है खबर?
भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी और गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एल वाई को SL4 वर्ग के फाइनल मुकाबले में करीबी हार झेलनी पड़ी है। सुहास को विश्व के नंबर एक खिलाड़ी लुकास मजूर के खिलाफ तीन सेट तक चले कड़े मुकाबले में हार मिली।
हालांकि, सुहास ने रजत पदक हासिल करने में सफलता हासिल की है। बैडमिंटन में पदक हासिल करने वाले वह दूसरे भारतीय बने हैं।
आइए जानते हैं कैसा रहा उनका फाइनल मुकाबला।
मैच
इस तरह रहा मुकाबला
विश्व के नंबर एक वरीयता प्राप्त खिलाड़ी लुकास के खिलाफ सुहास ने दमदार प्रदर्शन किया और पहला सेट 21-15 से अपने नाम किया। सुहास ने लगातार आक्रामक खेल दिखाया।
दूसरे सेट में लुकास ने शुरुआती बढ़त हासिल की थी, लेकिन सुहास ने शानदार वापसी करते हुए बढ़त ले ली थी। हालांकि, लुकास ने लय हासिल करने के बाद दूसरा सेट 21-17 से अपने नाम कर लिया था।
ट्विटर पोस्ट
SAI ने दी सुहास को बधाई
It’s 🥈 for Suhas
— SAI Media (@Media_SAI) September 5, 2021
Suhas goes down 1-2 to World No. 1 Lucas Mazur of #FRA in Men’s Singles SL4 Final gets 🥈
He fought well put up a good fight we applaud his hard work determination
Amazing game Suhas, 🇮🇳 is proud of you! You are an inspiration to all!#Cheer4India pic.twitter.com/mf8XaEssPv
वापसी
अदभुत रही लुकास की वापसी
पहला सेट गंवाने वाले लुकास के शुरुआती खेल में कमियां दिखी थीं, लेकिन दूसरे सेट से ही उन्होंने अदभुत वापसी की। दूसरे और तीसरे सेट में भी वह पिछड़े थे, लेकिन उन्होंने बेहद आक्रामक रवैया अपनाते हुए सुहास को उस बढ़त का फायदा नहीं लेने दिया था।
दोनों ही सेट में लुकास ने लगभग छह अंक की बढ़त बनाई और फिर तेजी के साथ सेट अपने नाम कर लिया था।
बैडमिंटन
बीते शनिवार को भगत ने जीता था बैडमिंटन स्वर्ण
बीते शनिवार को भारत ने SL3 वर्ग में बैडमिंटन में एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीता था। प्रमोद भगत ने ग्रेट ब्रिटेन के डेनिएल बेथेल को सीधे सेटों में हराते हुए स्वर्ण पर कब्जा जमाया था। वह पैरालंपिक स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।
दूसरी ओर मनोज सरकार ने जापान के दाइसुके फुजिहारा को 22-20, 21-13 से हराते हुए कांस्य पदक जीता था। मनोज को बेथेल के खिलाफ सेमीफाइनल में हार मिली थी।
पदक
अब तक 18 पदक जीत चुका है भारत
टोक्यो पैरालंपिक में भारत अब तक 18 पदक जीत चुका है और यह उनका सबसे बेहतरीन पैरालंपिक हो गया है। भारत को सबसे अधिक आठ पदक एथलेटिक्स में मिले हैं।
अवनि, और मनीष ने निशानेबाजी में तो वहींं सुमित अंतिल ने जैवलिन थ्रो और भगत ने बैडमिंटन में स्वर्ण पदक जीता है। ऊंची कूंद में भारत को तीन, निशानेबाजी, बैडमिंटन और टेबल टेनिस में एक-एक रजत पदक मिले हैं। निशानेबाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन और तीरंदाजी में एक-एक कांस्य मिला है।