लगातार नजरअंदाज किए जाने पर झलका शेल्डन जैक्सन का दर्द, कही ये बड़ी बात
सौराष्ट्र के लिए खेलने वाले बल्लेबाज शेल्डन जैक्सन 34 साल के हो चुके हैं, लेकिन अब तक उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला है। पिछले दो-तीन सालों में जैक्सन ने रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन फिर भी उन्हें मौका नहीं मिला है। लगातार नजरअंदाज किए जाने पर अब जैक्सन का दर्द सामने आया है। उन्होंने भारत के लिए नहीं खेल पाने के अपने दर्द को बयां किया है।
30 की उम्र पार करने के बाद क्या नेशनल टीम में नहीं चुना जा सकता?- जैक्सन
CricketNext के साथ इंटरव्यू में जैक्सन ने कहा कि यह किसने तय किया है कि यदि कोई 30 से अधिक उम्र का हो गया है तो वह भारत के लिए नहीं खेल सकता। उन्होंने आगे कहा, "खेल के किन नियमों में यह लिखा है कि यदि आप 30 की उम्र पार कर चुके हैं तो नेशनल टीम के लिए नहीं चुने जा सकते हैं।" बीते कुछ सालों में तो जैक्सन को इंडिया-ए के लिए भी नहीं चुना गया है।
ऐसा रहा है जैक्सन का घरेलू करियर
2006 से घरेलू क्रिकेट खेल रहे जैक्सन ने 2011 में फर्स्ट-क्लास डेब्यू किया था। उन्होंने 76 फर्स्ट-क्लास मैचों में 49.42 की औसत के साथ 5,634 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 19 शतक और 27 अर्धशतक लगाए हैं। उन्होंने फर्स्ट-क्लास में 642 चौके और 115 छक्के लगाए हैं। 60 लिस्ट-ए मैचों में उन्होंने 2,096 रन बनाए हैं जिसमें सात शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। वह 1,240 टी-20 रन भी बना चुके हैं।
हर फॉर्मेट में किया है खुद को साबित- जैक्सन
जैक्सन ने रणजी में 100 से अधिक छक्के लगाने के अपने आंकड़े पर गौर दिलाते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि मेरे पास हर तरह का खेल खेलने की कला है। उन्होंने कहा, "इस साल रणजी ट्रॉफी नहीं होना था तो मैंने मुश्ताक और विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया। इन कठिन परिस्थितियों में आपको प्रार्थना करनी होती है कि हर तरह की गेंद से आप अच्छा प्रदर्शन कर सकें और मैंने ऐसा किया।"
पिछले दो रणजी सीजन में लगातार 800 से अधिक रन बना चुके हैं जैक्सन
जैक्सन ने पिछले दो रणजी सीजन में लगातार 800 से अधिक रन बनाए हैं। इसमें से एक सीजन में उनकी टीम उपविजेता रही थी तो वहीं एक में वे चैंपियन बने थे। उन्होंने 2018-19 सीजन में 11 मैचों में 47.44 की औसत के साथ 854 रन बनाए थे जिसमें दो शतक और सात अर्धशतक शामिल थे। 2019-20 सीजन में उन्होंने 10 मैचों में 50.56 की औसत के साथ 809 रन बनाए थे जिसमें तीन शतक और तीन अर्धशतक थे।