ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत: मोहम्मद शमी की चोट पर क्या बोले कप्तान विराट कोहली?
एडिलेड में खेले गए पहले डे-नाइट टेस्ट में भारत को आठ विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी। हार के अलावा भारतीय टीम को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल भारतीय गेंदबाज मोहम्मद शमी अपनी बल्लेबाजी के दौरान चोटिल हो गए और फिर गेंदबाजी करने भी मैदान में नहीं लौटे। इस बीच कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि शमी चोट के कारण काफी दर्द में नजर आए थे। आइए जानते हैं कोहली ने चोटिल शमी को लेकर क्या कहा है।
शाम तक ही शमी की चोट की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी- कोहली
शमी बल्लेबाजी के दौरान चोटिल होकर रिटायर हर्ट हुए थे, जिसके बाद वह फिर गेंदबाजी करने भी नहीं लौटे। कोहली ने कहा है कि शाम तक ही उनकी चोट की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। मैच के बाद कोहली ने कहा, "शमी को लेकर फिलहाल कोई खबर नहीं है। अब वह स्कैन के लिए जाएंगे। वो बहुत ही ज्यादा दर्द में थे, अपनी बांह भी नहीं उठा पा रहे थे। हम शाम को ही जान पाएंगे कि उनको क्या हुआ है।"
ऐसा रहा था शमी का प्रदर्शन
मोहम्मद शमी ने पहली पारी में 17 ओवर्स में 41 रन दिए थे। इस दौरान शमी कोई विकेट नहीं ले सके थे। वहीं बल्लेबाजी में पहली पारी में शून्य पर आउट होने वाले शमी दूसरी पारी में एक रन बनाकर रिटायर हर्ट हुए थे।
अगर शमी चोटिल होते हैं तो ये होंगे अन्य विकल्प
पहला डे-नाइट टेस्ट जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। सीरीज का दूसरा मुकाबला 26 दिसंबर से मेलबर्न में खेला जाएगा। दूसरे टेस्ट में अगर मोहम्मद शमी चोट के कारण नहीं खेल पाते हैं तो भारतीय टीम के पास मोहम्मद सिराज और नवदीप सैनी के रूप में अन्य विकल्प मौजूद हैं। बॉक्सिंग डे टेस्ट से विराट कोहली भी मौजूद नहीं होंगे, ऐसे में भारतीय टीम की राह कठिन रहने वाली है।
ऐसा रहा था पहला एडिलेड टेस्ट
पहली पारी में भारतीय टीम ने विराट कोहली के अर्धशतक (74) की मदद से 244 रन बनाए। जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया 191 रन ही बना सकी थी। पहली पारी में 53 रनों की बढ़त हासिल करने वाली भारतीय टीम दूसरी पारी में केवल 36 रनों पर ही सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 90 रनों का लक्ष्य मिला था। जो बर्न्स (51*) और मैथ्यू वेड (33) ने आसानी से ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई।
भारत ने बनाया था यह शर्मनाक रिकॉर्ड
दूसरी पारी में भारतीय टीम का कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका और मयंक अग्रवाल (9) ने सबसे अधिक रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट में यह केवल दूसरा मौका है जब किसी पारी में टीम का एक भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका। इससे पहले 1924 में इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में दक्षिण अफ्रीकी टीम 30 के स्कोर पर ऑल आउट हुई थी और उनका कोई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका था।