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बांग्लादेश बनाम पाकिस्तान: जुर्माना लगने के बाद शाहीन अफरीदी ने आफिफ से मांगी मांफी, जानें मामला
शाहीन शाह अफरीदी

बांग्लादेश बनाम पाकिस्तान: जुर्माना लगने के बाद शाहीन अफरीदी ने आफिफ से मांगी मांफी, जानें मामला

लेखन Neeraj Pandey
Nov 22, 2021
11:02 am

क्या है खबर?

बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की टी-20 सीरीज का आखिरी मैच आज दोपहर में खेला जाएगा। शनिवार को खेले गए सीरीज के दूसरे मैच के बाद पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी पर मैचफीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था। अफरीदी ने जुर्माना लगने और एक डिमिरेंट अंक मिलने के बाद बांग्लादेशी ऑलराउंडर आफिफ होसैन से मांफी मांगी है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और क्यों अफरीदी पर लगा है जुर्माना।

मामला

इस कारण लगा अफरीदी पर जुर्माना

दूसरे टी-20 मैच में अफरीदी की गेंद पर आफिफ ने एक छक्का लगाया। इस छक्के के बाद अफरीदी थोड़े बौखला गए थे और अगली गेंद पर उन्होंने आफिफ को डिफेंस करने पर मजबूर किया। गेंद लौटकर अफरीदी के पास ही आई और उन्होंने तुरंत ही उसे उठाकर तेजी से थ्रो कर दिया। आफिफ अपनी क्रीज में ही थे, लेकिन इस अनावश्यक थ्रो के कारण उन्हें चोट लगी और वह मैदान पर ही गिर गए थे।

मांफी

मैच के बाद अफरीदी ने जाकर मांगी थी मांफी

अफरीदी का यह रवैया किसी को भी पसंद नहीं आया और उन्हें अपनी गलती का एहसास कराया गया। मैच समाप्त होने के बाद उन्होंने आफिफ के पास जाकर मांफी मांगी थी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) द्वारा शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि अफरीदी ने मांफी मांगने के अलावा आफिफ को गले भी लगाया था और कुछ देर तक दोनों के बीच बातचीत हुई थी।

पिछली घटना

इससे पहले हसन अली और बांग्लादेशी टीम पर हुई थी कार्यवाई

पहले टी-20 में धीमी ओवर गति के कारण बांग्लादेशी टीम पर मैचफीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था। बांग्लादेशी टीम तय समय पर एक ओवर कम फेंक सकी थी। इसी मैच में बांग्लादेशी बल्लेबाज को आउट करने के बाद आक्रामक अंदाज में इशारा करने के कारण पाकिस्तानी गेंदबाज हसन अली के खाते में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया था। हालांकि, हसन पर किसी प्रकार का जुर्माना नहीं लगा था।

डिमेरिट अंक

क्या है डिमेरिट अंक का गणित?

जब किसी खिलाड़ी को एक बार डिमेरिट अंक दे दिया जाता है तो वह दो साल तक उसके नाम रहता है। यदि कोई खिलाड़ी या उसकी टीम इस फैसले के खिलाफ अपील करती है तो फिर मामले के लिए सुनवाई की जाती है। दो साल में यदि किसी खिलाड़ी को चार डिमेरिट अंक दे दिए जाते हैं तो उसे एक टेस्ट या फिर दो वनडे/टी-20 के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है।