भारत बनाम बांग्लादेश: भारतीय टीम ने घरेलू टेस्ट में 9 साल बाद टॉस जीतकर चुनी गेंदबाजी
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने शुक्रवार से कानपुर में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाफ शुरू हुए दूसरे और अंतिम टेस्ट में टॉस जीतने के बाद सभी को चौंकाते हुए पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। दरअसल, भारतीय कप्तान ने 9 साल बाद घरेलू टेस्ट में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। इसके अलावा, कप्तान रोहित शर्मा ने 5 साल बाद मैच में अपनी प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया है।
भारत ने आखिरी बार 2015 में टॉस जीतकर चुनी थी गेंदबाजी
इस मैच से पहले भारत ने 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान 14 से 18 नवंबर के बीच बेंगलुरु में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी की थी। वह मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। उस दौरान विराट कोहली टीम के कप्तान थे। भारत ने घरेलू सरजमीं पर टेस्ट में 14 बार टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय किया है, जिसमें से 4 मैचों में उसे हार झेलनी पड़ी है।
भारत ने 5 साल बाद प्लेइंग इलेवन में नहीं किया बदलाव
भारतीय टीम इस मैच में बिना किसी बदलाव के उतरी है। 5 साल में यह दूसरा मौका है जब टीम ने प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया। इसके चलते कुलदीप यादव का घरेलू मैदान में टेस्ट मैच खेलने का इंतजार और बढ़ गया है। हालांकि, बाग्लादेश 2 बदलावों के साथ मैदान पर उतरा है। इससे पहले भारत ने 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ ही आयोजित 2 टेस्ट मैचाें की सीरीज में प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया था।
भारत ने पहली बार लगातार 2 टेस्ट में टॉस जीतकर चुनी गेंदबाजी
कानपुर में अब तक खेले गए 24 टेस्ट मैचों में केवल दूसरी बार ऐसा हुआ है, जब किसी टीम ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी है। इससे पहले 1964 में भारत ने ही इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी थी। इसी तरह यह भारतीय क्रिकेट के टेस्ट इतिहास में पहला मौका है जब भारतीय टीम ने लगातार 2 टेस्ट मैचों में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय किया है। आज से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था।