मैंने शतक लगाया था, फिर भी टीम से ड्रॉप कर दिया गया- क्रिकेटर मनोज तिवारी
भारत के लिए खेलना हर भारतीय क्रिकेटर का सपना होता है, लेकिन बेहद कम ही लोग होते हैं जो इस सपने को लंबे समय तक जी पाते हैं। तमाम क्रिकेटर्स ऐसे हैं जो कुछ मैच खेलने के बाद टीम से बाहर हो जाते हैं। बंगाल के मनोज तिवारी को भी भारत के लिए अधिक मैच खेलने का मौका नहीं मिला। अब तिवारी का कहना है कि टीम मैनेजमेंट ने अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उन्हें अधिक मौके नहीं दिए।
मुझे क्यों बाहर किया ये आज भी रहस्य है- तिवारी
तिवारी ने स्पोर्ट्स तक के साथ इंटरव्यू में कहा कि वर्तमान समय में खिलाड़ियों को फेल होने के बावजूद 4-5 मैचों में मौका मिल रहा है, लेकिन उनके समय में ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने आगे कहा, "अगर आपको याद हो तो मैंने वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगाया था और इसके बावजूद अगले 14 मैचों के लिए मुझे बाहर कर दिया गया था। यह आज तक रहस्य है और मैं जिम्मेदारों से इसका जवाब सुनना चाहूंगा।"
लगभग आठ साल के करियर में तिवारी ने खेले केवल 12 वनडे
2008 में अपना वनडे डेब्यू करने वाले तिवारी को मध्यक्रम का भरोसेमंद बल्लेबाज माना जाता था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वह पर्याप्त मौके हासिल नहीं कर सके। भारत के लिए खेले 12 वनडे मैचों में उन्होंने एक शतक और एक अर्धशतक की बदौलत 287 रन बनाए हैं। तिवारी ने अपना इकलौता शतक 2011 में बनाया था। इसके बाद 2012 से लेकर 2015 के बीच उन्हें कुल छह मैच खेलने का मौका मिला था।
बंगाल की सरकार में खेलमंत्री हैं तिवारी
2018 के बाद इंडियन प्रीमियर लीग की टीमों ने भी तिवारी पर से भरोसा हटा लिया था और उन्हें लीग में खेलने के मौके नहीं मिल रहे थे। 2021 में तिवारी ने तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था और चुनाव जीते थे। उन्हें पश्चिम बंगाल की सरकार में खेलमंत्री बनाया गया है। खेलमंत्री बनने के बावजूद तिवारी ने क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा है और रणजी ट्रॉफी के वर्तमान सीजन में बंगाल के लिए खेल रहे थे।
शानदार रहा है तिवारी का घरेलू करियर
तिवारी का घरेलू करियर काफी शानदार रहा है और वह अब तक 130 फर्स्ट-क्लास तथा 163 लिस्ट-ए मैच खेल चुके हैं। फर्स्ट-क्लास में उन्होंने लगभग 50 की औसत के साथ 9,398 रन बनाए हैं जिसमें 29 शतक शामिल रहे हैं। लिस्ट-ए में तिवारी के बल्ले से 5,466 रन निकले हैं जिसमें छह शतक और 40 अर्धशतक शामिल रहे हैं। फर्स्ट-क्लास में उन्होंने 32 और लिस्ट-ए में 60 विकेट लिए हैं।