सनथ जयसूर्या साल 2026 तक बने श्रीलंका क्रिकेट टीम के मुख्य कोच
क्या है खबर?
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) ने पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सनथ जयसूर्या को अपनी टीम का कोच 31 मार्च 2026 तक बना दिया है।
जयसूर्या टीम के अंतरिम कोच थे। उन्हें भारत के खिलाफ घरेलू सीरीज और इंग्लैंड-न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए कोच बनाया गया था।
जयसूर्या के कोच बनने के बाद श्रीलंका का प्रदर्शन कमाल का रहा है। टी-20 विश्व कप 2024 के बाद क्रिस सिल्वरवुड ने कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था।
प्रदर्शन
जयसूर्या के कोच रहते हुए श्रीलंका का दमदार प्रदर्शन
जयसूर्या के कोच बनने के बाद श्रीलंका ने भारतीय क्रिकेट टीम को श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ वनडे सीरीज में 27 साल बाद हार मिली थी।
इसके अलावा इंग्लैंड की सरजमीं पर भी श्रीलंका ने टेस्ट मैच जीता।
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम जब श्रीलंका में 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने आई तो उस सीरीज में भी टीम ने 2-0 से जीत हासिल की। इस शानदार प्रदर्शन के कारण ही जयसूर्या को 2026 तक यह पद मिला है।
विश्व कप
श्रीलंका को जीता चुके हैं विश्व कप
जयसूर्या ने श्रीलंका को 1996 में वनडे विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने उस टूर्नामेंट में बल्लेबाजी में 6 मैचों में 36.83 की औसत और 131.54 की स्ट्राइक रेट से 221 रन बनाए थे।
इस बीच उन्होंने 86 रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 2 अर्धशतक लगाए थे। गेंदबाजी में उन्होंने 7 विकेट अपने नाम किए थे।
इस शनदार ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया था।
करियर
जयसूर्या के अंतरराष्ट्रीय करियर पर एक नजर
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जयसूर्या के प्रदर्शन की बात करें तो टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 110 मैच में 6,973 रन बनाए और 98 विकेट भी चटकाए।
उन्होंने 445 वनडे की 433 पारियों में 32.36 की औसत और 91.20 की स्ट्राइक रेट से 13,430 रन बनाए। इस प्रारूप में उनके नाम 323 विकेट भी हैं।
श्रीलंकाई ऑलराउंडर ने 31 टी-20 अंतरराष्ट्रीय की 30 पारियों में 4 अर्धशतक की बदौलत 629 रन बनाए हैं। इस प्रारूप में उनका सर्वाधिक स्कोर 88 रन है।
सलाहकार
श्रीलंका क्रिकेट टीम के सलाहकार भी रह चुके हैं जयसूर्या
SLC ने जयसूर्या को दिसंबर, 2023 में पूर्णकालिक क्रिकेट सलाहकार नियुक्त किया था। उनका कार्यकाल 1 साल का रखा गया था।
इस भूमिका के तहत जयसूर्या के कंधों पर कई बड़ी जिम्मेदारी थी। जयसूर्या उच्च प्रदर्शन केंद्र के साथ जुड़ी सभी टीमों की प्रशिक्षण और कोचिंग आवश्यकताओं की देखरेख कर रहे थे।
जयसूर्या से पहले ये जिम्मेदारी श्रीलंका के एक और पूर्व दिग्गज खिलाड़ी रहे महेला जयवर्धने के पास थी।