रोड सेफ्टी लीग: इंडिया लेजेंड्स की कप्तानी करेंगे सचिन तेंदुलकर, 10 सितंबर से शुरू होगा टूर्नामेंट
क्या है खबर?
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर एक बार फिर से मैदान में वापसी के लिए तैयार हैं। वह इस महीने 10 सितंबर से शुरू हो रहे रोड सेफ्टी लीग के दूसरे संस्करण में खेलते हुए नजर आएंगे।
वह आगामी संस्करण में इंडिया लेजेंड्स की कप्तानी करते हुए दिखेंगे।
इस लीग का फाइनल मुकाबला 01 अक्टूबर को खेला जाएगा।
टूर्नामेंट के आयोजनकर्ताओं ने प्रेस रिलीज के जरिए ये घोषणा की है।
इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
आयोजन
देहरादून समेत इन चार शहरों में होगा आयोजन
न्यूजीलैंड लेजेंड्स इस संस्करण में नई टीम होगी। इस लीग में कीवी टीम के अलावा भारत, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी हिस्सा लेते हुए नजर आएंगे।
टूर्नामेंट का उद्घाटन मैच 10 सितंबर को कानपुर में होगा जबकि दोनों सेमीफाइनल और 01 अक्टूबर को होने वाले फाइनल की मेजबानी रायपुर के हिस्से में गई है। प्रेस रिलीज के अनुसार इंदौर और देहरादून में भी मैच खेले जाएंगे।
बयान
सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए यह सीरीज महत्वपूर्ण होगी- गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दूसरे संस्करण के बारे में कहा, "क्रिकेट के माध्यम से सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज एक बहुत अच्छी पहल है। हम चाहते हैं कि इस देश में हर व्यक्ति जागरूक हो और सड़क पर रहते हुए हर नियम और कानून का पालन करे और मेरा विश्वास है कि यह सीरीज अपना लक्ष्य हासिल कर पाएगी।"
जानकारी
क्या है रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज?
रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज, भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्रालय और युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा समर्थित टूर्नामेंट है।
इसमें विश्व के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी टी-20 लीग में एक टूर्नामेंट खेलते हैं। इस सीरीज का उद्देश्य लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है।
बता दें पहला संस्करण 5 मार्च से 21 मार्च 2021 तक रायपुर में खेला गया था
पहला संस्करण
इंडिया लेजेंड्स ने जीता था पहला संस्करण
रायपुर में खेले गए रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के पहले संस्करण के फाइनल में श्रीलंका लेजेंड्स को 14 रनों से हराते हुए इंडिया लेजेंड्स ने खिताब अपने नाम किया था।
श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान उस टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने आठ मैचों में दो अर्धशतक की मदद से 271 रन बनाए थे।
दूसरी तरफ गेंदबाजी में भी दिलशान ने सर्वाधिक 12 विकेट अपने नाम किए थे।