
रोहित शर्मा ने की भारतीय कमेंट्री के मानकों की आलोचना, जानिए क्या दिया बयान
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने भारत में क्रिकेट कमेंट्री और पत्रकारिता की गुणवत्ता पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि यहां कमेंट्री और पत्रकारिता खेल की बारीकियों पर चर्चा करने के बजाय विवाद पैदा करने पर अधिक केंद्रित है। भारत में कमेंट्री की मौजूदा स्थिति उन वास्तविक क्रिकेट प्रेमियों के लिए बुरी है जो खेल के बारे में अपनी समझ को गहरा करने के लिए उत्सुक रहते हैं।
आइए जानते हैं रोहित ने क्या कुछ कहा।
बयान
रोहित ने क्या दिया बयान?
बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले रोहित ने एक यूट्यूब शो पर कहा, "आप लोग विवाद पैदा करने और खबरों को तूल देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। पत्रकारिता की गुणवत्ता गिर गई है। पहले बातचीत क्रिकेट के इर्द-गिर्द घूमती थी। अब, यह सब व्यूज और लाइक्स के लिए प्रेरित है।"
उन्होंने आगे कहा, "अब क्रिकेट खेल के बारे में बहुत ही कम लिखा या बोला जाता है। रणनीति और विश्लेषण सब गायब हो गया है।"
तुलना
रोहित ने की भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई कमेंट्री की तुलना
रोहित ने कहा, "जब कोई मैच होता है तो हम उसे टीवी पर देखते हैं, लेकिन आजकल कमेंटेटर कैसे बोलते हैं, यह सुनिए। जब ऑस्ट्रेलिया में कमेंट्री सुनते हैं और गुणवत्ता में बहुत अंतर होता है। भारत में यह बहुत निराशाजनक है।"
उन्होंने कहा, "मैं बहुत ईमानदारी से कहूं तो ऐसा लगता है कि वे सिर्फ एक खिलाड़ी को अलग करना चाहते हैं और उसके बारे में बात करते रहना चाहते हैं। यह बहुत निराशाजनक है। ऐसा नहीं होना चाहिए।"
करियर
कैसा रहा है रोहित का टेस्ट करियर?
रोहित ने बुधवार को अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने टेस्ट की 116 पारियों में 40.57 की औसत से 4,301 रन बनाए थे।
इस बीच उन्होंने 12 शतक और 18 अर्धशतक लगाए थे। इस प्रारूप में 212 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा था।
इस खिलाड़ी ने अपना पहला टेस्ट मैच साल 2013 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था।
अपने टेस्ट करियर में इस खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा रन (1,147) इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ बनाए हैं।