ऋषभ पंत लम्बे समय के बाद खेलेंगे रणजी ट्रॉफी, विराट कोहली पर अनिश्चितता बरकरार
क्या है खबर?
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत लम्बे समय के बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
वह दिल्ली के लिए सौराष्ट्र क्रिकेट टीम के खिलाफ 23 जनवरी से राजकोट में होने वाले अगले मैच में खेलेंगे।
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के सचिव अशोक शर्मा ने इसकी पुष्टि की।
बता दें कि पंत इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं।
बयान
पंत राजकोट में खेलेंगे अगला रणजी मैच- अशोक शर्मा
अशोक ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, "हां, पंत उपलब्ध हैं और वह टीम के साथ राजकोट जाएंगे।"
पंत ने आखिरी बार रणजी ट्रॉफी में दिसंबर 2017 में विदर्भ के खिलाफ फाइनल में हिस्सा लिया था। तब पंत ने कप्तानी करते हुए खिताबी मुकाबले में 21 और 32 रन के स्कोर किए थे।
दिलचस्प रूप से मौजूदा कोच गौतम गंभीर भी उस मैच में दिल्ली का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
विदर्भ ने उस फाइनल को 9 विकेट से जीता था।
कोहली
कोहली के खेलने पर अनिश्चितता बरकरार
DDCA को विराट कोहली की ओर से मौजूदा रणजी ट्रॉफी सत्र के लिए उनकी उपलब्धता के बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।
एक सूत्र ने इस बारे में कहा, "हमें रणजी सत्र के लिए उनकी उपलब्धता के बारे में विराट कोहली से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।"
इससे यह अनिश्चितता बनी हुई है कि वह सौराष्ट्र के खिलाफ आगामी मैच में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने के लिए पंत के साथ शामिल होंगे या नहीं।
प्रदर्शन
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऐसा रहा था कोहली और पंत का प्रदर्शन
कोहली ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में 9 पारियों में 23.75 की औसत के साथ 190 रन बनाए।
उन्होंने पहले पर्थ टेस्ट में शतक लगाया था और उसके बाद उनके बल्ले से रन नहीं निकले थे।
पंत ने 5 टेस्ट की 9 पारियों में 28.33 की औसत के साथ 255 रन बनाए थे। इस बीच उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक लगाया था। वह कई मैचों में अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने में नाकाम रहे थे।
गिल
शुभमन गिल भी खेलते दिखेंगे
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर निराश करने वाले शुभमन गिल पंजाब की ओर से खेलते दिखेंगे।
वह 23 जनवरी से कर्नाटक के खिलाफ मुकाबले में शिरकत करेंगे।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में गिल को 3 टेस्ट में मौका मिला, जिसमें उन्होंने 18.60 की औसत के साथ कुल 93 रन बनाए थे। इस बीच वह एक भी पारी में अर्धशतक नहीं लगा सके थे। वह चोट के कारण सीरीज के पहले पर्थ टेस्ट में नहीं खेल सके थे।