टेस्ट क्रिकेट को दोबारा जिंदा करने के लिए रिचर्ड हैडली ने की भारत की तारीफ
क्या है खबर?
न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर रिचर्ड हैडली को विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर्स में से एक माना जाता है। 69 वर्षीय हैडली यदि किसी की तारीफ करें तो वाकई में यह उसके लिए काफी गर्व की बात होगी।
हैडली ने अब यह गर्व भारतीय क्रिकेट टीम को महसूस करने का मौका दिया है। हैडली ने भारत की तारीफ की है और कहा है इस टीम ने टेस्ट क्रिकेट को दोबारा जिंदा किया है।
बयान
विश्व क्रिकेट को है भारत की जरूरत- हैडली
News 18 के मुताबिक हैडली ने कहा कि भारत के बिना विश्व क्रिकेट का चेहरा कुछ और होता और इसी कारण क्रिकेट को भारत की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा, "भारत ने टेस्ट क्रिकेट में अहम योगदान दिया है। ऑस्ट्रेलिया में 36 पर सिमटने के बावजूद भारत ने दमदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने तेजी से वापसी की थी और टेस्ट क्रिकेट एक बार फिर से जिंदा हो गया था।"
ऑस्ट्रेलिया दौरा
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर युवा भारतीय टीम ने किया था दमदार प्रदर्शन
एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में भारतीय टीम दूसरी पारी में केवल 36 के स्कोर पर सिमट गई थी और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। मेलबर्न टेस्ट जीतकर भारत ने सीरीज में बराबरी की थी और फिर सिडनी टेस्ट ड्रॉ रहा था।
गाबा में ऑस्ट्रेलिया के अभेद किले को भेदकर भारतीय टीम ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी। इस जीत में युवा खिलाड़ी मोहम्मद सिराज और ऋषभ पंत का अहम योगदान था।
टेस्ट चैंपियनशिप
टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल पर भी बोले हेडली
टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बारे में बात करते हुए हैडली ने कहा कि मैच न्यूट्रल वेन्यू पर खेला जाएगा तो किसी भी टीम का पलड़ा भारी नहीं होने वाला है।
उन्होंने कहा, "देखना होगा कि किसकी तैयारी अच्छी है और कौन इंग्लैंड की परिस्थितियों से जल्दी तालमेल बैठाता है। मौसम का भी इसमें रोल रहेगा क्योंकि यदि यह ठंडा रहा तो न्यूजीलैंड को इसका फायदा मिलेगा। यह देखने लायक मैच होगा।"
करियर
अदभुत रहा है हैडली का करियर
हैडली टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 400 विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। उन्होंने 80 टेस्ट में यह रिकॉर्ड बनाया था जिसे बाद में मुथैय्या मुरलीधरन (72) और रविचंद्रन अश्विन (77) ने तोड़ा। हालांकि, अब भी वह सबसे तेज 400 टेस्ट विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं।
86 टेस्ट में हैडली ने 431 विकेट लेने के अलावा 3,124 रन भी बनाए हैं। वनडे क्रिकेट में 1,000 रन और 100 विकेट लेने वाले वह पहले खिलाड़ी हैं।