अंडर-19 विश्व कप: टूर्नामेंट इतिहास में भारत के नाम हैं ये शानदार रिकॉर्ड्स
क्या है खबर?
भारत ने 2022 अंडर-19 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया है। फाइनल मैच में भारत ने इंग्लैंड को 189 के स्कोर पर समेटा था और फिर छह विकेट खोकर उन्होंने लक्ष्य हासिल कर लिया।
टूर्नामेंट के बीच में ही भारतीय कैंप कोरोना के मामलों से भी प्रभावित हुआ था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने तगड़ा खेल दिखाया है।
एक नजर डालते हैं अंडर-19 विश्व कप इतिहास में भारत द्वारा बनाए गए कुछ बड़े रिकॉर्ड्स पर।
खिताब
सबसे अधिक पांच खिताब
भारत ने विश्व कप में अपना पहला खिताब 2000 में मोहम्मद कैफ के नेतृत्व में जीता था।उसके बाद विराट कोहली (2008), उन्मुक्त चंद (2012), पृथ्वी शॉ (2018) और यश ढुल (2022) की कप्तानी में भारत विश्व विजेता बना है।
ऑस्ट्रेलिया ने तीन और पाकिस्तान ने दो बार इस खिताब पर अपना कब्जा जमाया है। भारत रिकॉर्ड पांच बार अंडर-19 चैंपियन बन चुका है। इसके अलावा भारत तीन बार (2006, 2016, और 2020) उपविजेता भी रहा है।
लगातार सबसे अधिक जीत
लगातार सबसे अधिक मैच जीतने का रिकॉर्ड
भारत के नाम ही लगातार सबसे अधिक मैच जीतने का रिकॉर्ड भी है। 2018 में चैंपियन रहने वाली भारतीय टीम ने 2020 का फाइनल भी खेला था। भारत को 2018 से लेकर 2020 के बीच लगातार 11 मैचों में जीत मिली थी।
इसके अलावा भारत ने तीन अलग-अलग मौकों पर लगातार आठ मैच भी जीते हैं। यह किसी टीम द्वारा लगातार जीते गए तीसरे सबसे अधिक मैच हैं।
जानकारी
टूर्नामेंट इतिहास में सर्वाधिक जीत
भारत ने अंडर-19 विश्व कप इतिहास में 89 मैच खेले हैं। इसमें से 69 में उन्हें जीत और 19 में हार मिली है। 80 या उससे अधिक मैच खेल चुके नौ देशों में भारत सबसे अधिक मैच जीतने वाला देश है।
सर्वोच्च स्कोर
दो बार 400 से अधिक का स्कोर बनाने वाला इकलौता टीम है भारत
अंडर-19 विश्व कप इतिहास में दो बार 400 से अधिक रनों का स्कोर बनाने वाली भारत इकलौती टीम है। भारत ने 2004 संस्करण में स्कॉटलैंड के खिलाफ 425/3 का स्कोर बनाया था जो उनका सर्वोच्च स्कोर है।
2022 संस्करण में भारत ने यूगांडा के खिलाफ 405/5 का स्कोर खड़ा किया था। टूर्नामेंट के इतिहास में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और श्रीलंका ने भी 400 से अधिक का स्कोर बनाया है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
अब तक खेले गए 14 संस्करण में सबसे अधिक पांच बार प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवार्ड भारत के खाते में आया है। इसके बाद दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों ने तीन बार यह अवार्ड अपने नाम किया है।