रणजी ट्रॉफी, क्वार्टर फाइनल: मध्यप्रदेश ने आंध्र प्रदेश को हराकर सेमीफाइनल में किया प्रवेश
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम ने होल्कर स्टेडियम पर खेले गए रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में शुक्रवार को आंध्र प्रदेश क्रिकेट टीम को पांच विकेट से हरा दिया।
इस जीत के साथ मध्य प्रदेश की टीम ने रणजी ट्रॉफी के वर्तमान सत्र 2022-2023 के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। बंगाल और कर्नाटक के बाद मध्य प्रदेश सेमीफाइनल में पहुंचने वाली सत्र की तीसरी टीम है।
आइए इस मुकाबले के उतार-चढ़ाव और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों पर एक नजर डालते हैं।
जीत
मध्य प्रदेश ने ऐसे जीता मुकाबला
मध्य प्रदेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। आंध्र ने पहली पारी में 379 रन बनाए।
जवाब में मध्य प्रदेश ने पहली पारी में 228 रन ही बना पाई। पहली पारी के आधार पर आंध्र प्रदेश को 151 रनों की बड़ी बढ़त हासिल हुई थी, लेकिन इसके बाद आंध्र प्रदेश की दूसरी पारी सिर्फ 93 रन बनाकर ही ढेर हो गई।
कर्नाटक ने चौथे दिन पांच विकेट पर 245 रन बनाने के बाद मैच जीत लिया।
रिपोर्ट
मध्यप्रदेश के गेंदबाजों ने किया कमाल
मध्य प्रदेश के गेंदबाजों ने आंध्र की दूसरी पारी 93 रन पर खत्म कर दी और यहीं से मैच में पकड़ मजबूत बनाई। आवेश खान ने 4 विकेट झटके। गौरव यादव को 3 विकेट मिला। वहीं कुमार कार्तिकेय ने 2 विकेट लिया।
दूसरी पारी में आंध्र प्रदेश के लिए सबसे ज्यादा रन अश्विन हेब्बार (35) ने बनाए। पहली पारी में आंध्र प्रदेश के लिए रिकी भुई (149) और करण शिंदे (110) के शतकों की मदद से 379 रन बनाए थे।
बल्लेबाजी
दूसरी पारी में मध्य प्रदेश की ऐसी रही बल्लेबाजी
मध्य प्रदेश ने दूसरी पारी में पांच विकेट खोकर 245 रन बनाए। उन्होंने आंध्र प्रदेश के गेंदबाजों को उलटफेर करने का मौका नहीं दिया। यश दुबे ने 58 और रजत पाटीदार ने 55 रन की पारी खेली। शुभम शर्मा ने 40 और हिमांशु मंत्री ने 31 रन का योगदान दिया।
मध्य प्रदेश की पहली पारी में सिर्फ एक अर्धशतक शुभम (51) ने लगाया था। उनको छोड़कर और कोई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाया था।
हार
आंध्र प्रदेश की टीम जीता हुआ मैच हारी
आंध्र प्रदेश की टीम ने पहली पारी में बढ़त लेने के बावजूद मैच हार गई। दूसरी पारी में उनका कोई भी बल्लेबाज नहीं चल पाया। सात बल्लेबाज तो दहाई अंक का आंकड़ा भी नहीं छू पाए।
कप्तान हनुमा विहारी इस मैच में चोटिल हो गए थे। इसके बावजूद उन्होंने एक हाथ से बल्लेबाजी की और पहली पारी में 15 और 27 का स्कोर बनाया।
उनके लिए भी यह मुकाबला याद रखा जाएगा।