IPL: 2008 में चैंपियन बनने के बाद पहली बार फाइनल खेलने वाली राजस्थान रॉयल्स का सफर
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में राजस्थान रॉयल्स (RR) की टीम शुरुआती सीजन से ही काफी चर्चा में रही है। यह टीम सुपरस्टार्स के बिना खेलने के लिए जानी जाती है और इसमें युवाओं को खूब मौके मिलते हैं। पहले सीजन में चैंपियन बनने वाली राजस्थान ने 13 साल के इंतजार के बाद फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन खिताब नहीं जीत पाए। आइए जानते हैं इस बीच कैसा रहा उनका सफर।
पहले सीजन में चैंपियन बनी थी राजस्थान
2008 में शेन वॉर्न की कप्तानी में राजस्थान ने 14 में से 11 मुकाबले जीतते हुए प्ले-ऑफ में अपनी जगह बनाई थी। सेमीफाइनल में उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स को 105 रनों से हराया था और फाइनल में उनका सामना चेन्नई सुपर किंग्स से हुआ था। फाइनल में CSK के खिलाफ उन्होंने आखिरी गेंद पर जीत हासिल की थी और पहले सीजन के चैंपियन बने थे। शेन वॉटसन ने 400 से अधिक रन बनाने के अलावा 17 विकेट भी लिए थे।
फाइनल खेलने के लिए किया 13 साल का इंतजार
पहले सीजन की चैंपियन रहने वाली राजस्थान को दूसरा फाइनल खेलने के लिए 13 साल का इंतजार करना पड़ा। पहले सीजन के बाद सीधे 2013 में वे प्ले-ऑफ में पहुंचे थे, लेकिन दूसरा क्वालीफायर हारकर बाहर हो गए थे। इसके बाद 2015 और 2018 में भी वे एलिमिनेटर हारकर बाहर हुए थे। इस सीजन को मिला लें तो राजस्थान की टीम केवल पांचवें सीजन प्ले-ऑफ में पहुंची थी।
कुछ ही खिलाड़ियों के दम पर फाइनल में पहुंची राजस्थान
राजस्थान को पहले सीजन चैंपियन बनाने में चार खिलाड़ियों का योगदान अहम रहा था जिसमें एक गेंदबाज, दो बल्लेबाज और एक ऑलराउंडर शामिल था। इस सीजन उन्हें एक बल्लेबाज और एक स्पिनर ने फाइनल में पहुंचाया था। जोस बटलर और युजवेंद्र चहल इस सीजन राजस्थान के सबसे बड़े स्टार रहे। बटलर को कप्तान संजू सैमसन और चहल के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा से अच्छा सपोर्ट मिला था।
राजस्थान की टीम ने इस सीजन हासिल की ये बड़ी उपलब्धि
2008 में जब राजस्थान चैंपियन बनी थी तब पर्पल कैप उनकी टीम में आया था और इस सीजन भी पर्पल कैप उनके ही खाते में आया है। युजवेंद्र चहल ने 17 मैचों में 27 विकेट लेकर इसे हासिल किया। इसके अलावा बटलर ने 17 मैचों में 863 रन बनाने के साथ औरेंज कैप हासिल किया। राजस्थान केवल तीसरी टीम बनी है जिसने एक ही सीजन में औरेंज और पर्पल दोनों कैप जीते हैं।