सात करोड़ रूपए का ऐसा सवाल जिसका जवाब बड़े-बड़े क्रिकेट पंडित भी नहीं जानते होंगे
क्या है खबर?
क्रिकेट का इतिहास काफी लंबा है और इससे कई रिकॉ़र्ड्स जुड़े हैं।
कई लोग हैं जो क्रिकेट से जुड़े लगभग हर तरह के आंकड़ों को इकट्ठा करते हैं, लेकिन फिर भी इस खेल के कुछ पहलू ऐसे हैं जिनके बारे में बेहद कम लोगों को पता है।
क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रेडमैन से जुड़ा एक सवाल 'कौन बनेगा करोड़पति' में पूछा गया था जिसका सही जवाब देने पर 7 करोड़ रूपए मिलते।
आइये जानते है पूरी खबर।
सवाल
किस गेंदबाज की गेंद पर ब्रेडमैन ने पूरा किया था अपना 100वां फर्स्ट-क्लास शतक
बिहार के जहानाबाद जिले के रहने वाले सनोज राज कौन बनेगा करोड़पति शो में 1 करोड़ रूपए जीत चुके थे।
उनसे अगला सवाल पूछा गया था कि ब्रेडमैन ने किस गेंदबाज की गेंद पर अपना 100वां फर्स्ट-क्लास शतक पूरा किया था और इसका सही जवाब देकर वह 7 करोड़ रूपए जीत सकते थे।
हालांकि, सनोज को इसका जवाब नहीं पता था और उन्होंने सवाल का जवाब देने की बजाय 1 करोड़ रूपए से संतुष्ट होना उचित समझा।
जवाब
जी किशनचंद की गेंद पर ब्रेडमैन ने पूरा किया था अपना 100वां फर्स्ट-क्लास शतक
ब्रेडमैन ने अपना 100वां फर्स्ट-क्लास शतक 15 नवंबर, 1947 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पूरा किया था।
आजादी के बाद भारत पहली बार विदेशी दौरे पर गया था और यह टेस्ट मुकाबले की बजाय ऑस्ट्रेलिया इलेवन के खिलाफ मुकाबला था।
ब्रेडमैन जब 99 पर बल्लेबाजी कर रहे थे तो कप्तान लाला अमरनाथ ने बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे जी किशनचंद को गेंदबाजी के लिए बुलाया और उन्हीं की गेंद पर ब्रेडमैन ने अपना शतक पूरा किया।
किस्सा
अमरनाथ को खुद नहीं पता था कि किशनचंद कैसी गेंदबाजी करते हैं
अमरनाथ से जब पूछा गया था कि उन्होंने किशनचंद को गेंदबाजी पर क्यों लगाया तो उनका जवाब काफी चौंकाने वाला था।
उन्होंने कहा, "जब मुझे नहीं पता कि वह कैसी गेंदबाजी करता है तो फिर ब्रेडमैन को क्या पता होगा।"
ब्रेडमैन ने भी अपनी आत्मकथा में लिखा है, "जब अचानक से किशनचंद को बुलाया गया तो मैं भी सोच में पड़ गया था क्योंकि मुझे नहीं पता था कि वे कैसे गेंदबाज हैं।"
करियर
किशनचंद ने कभी टेस्ट मैचों में नहीं की गेंदबाजी
किशनचंद बड़ौदा के महाराजा के स्टॉफ थे और उन्होंने टेस्ट मैचों में कभी गेंदबाजी नहीं की थी।
अपने करियर में उन्होंने कुल 5 टेस्ट खेले थे जिनकी 10 पारियों में उनके बल्ले से 89 रन बने थे।
टेस्ट में उनका बेस्ट 44 का था। हालांकि, फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में उन्होंने लेग स्पिन गेंदबाजी की मदद से 37 विकेट लिए थे।
फर्स्ट-क्लास में उन्होंने 15 शतक भी जड़े थे।