प्रो कबड्डी लीग 2021-22: थलाइवाज और जयपुर ने खेला टाई, पटना ने बेंगलुरु को हराया
क्या है खबर?
प्रो कबड्डी लीग (PKL) के आठवें सीजन के 58वें मैच में तमिल थलाइवाज और जयपुर पिंक पैंथर्स ने 31-31 से टाई खेला है। यह इस सीजन का 12वां टाई मुकाबला तो वहीं थलाइवाज के लिए पांचवां टाई मुकाबला था।
आज खेले गए दूसरे मुकाबले में पटना पाइरेट्स ने बेंगलुरु बुल्स को हराया है। इस जीत के साथ ही पटना ने दूसरा स्थान हासिल कर लिया है।
आइए जानते हैं कैसे रहे आज के दोनों मैच।
थलाइवाज बनाम जयपुर
जयपुर ने हासिल की थी पहले हाफ में बढ़त
थलाइवाज बनाम जयपुर मुकाबले के पहले हाफ में जयपुर के पास चार प्वाइंट की बढ़त थी। थलाइवाज की टीम एक बार ऑल आउट हुई थी और इसी कारण जयपुर को बढ़त मिली थी। जयपुर को बढ़त देने में थलाइवाज के तीन खिलाड़ियों के सेल्फ आउट होने का भी बड़़ा हाथ था।
जयपुर के लिए संदीप ढुल ने चार टैकल प्वाइंट लिए थे तो वहीं थलाइवाज के कप्तान सुरजीत सिंह ने भी सुपर टैकल समेत चार प्वाइंट लिए थे।
दूसरा हाफ
दूसरे हाफ में थलाइवाज ने मैच को कराया टाई
दूसरे हाफ में थलाइवाज ने वापसी की और जयपुर की ओर से कुछ गलतियां भी देखने को मिली। मंजीत ने नौ रेड प्वाइंट लेकर अपनी टीम का अच्छा साथ दिया और इसमें एक सुपर रेड भी थी जिसने जयपुर को ऑल आउट किया था।
डिफेंस में दोनों टीमें लगभग बराबरी पर रहीं, लेकिन रेड में थलाइवाज को पांच अधिक प्वाइंट मिले। जयपुर के लिए अर्जुन देशवाल ने सबसे अधिक छह प्वाइंट लिए।
पटना बनाम बेंगलुरु
पवन के सुपर-10 के बावजूद पटना ने हासिल की बढ़त
पटना बनाम बेंगलुरु मुकाबले के पहले हाफ में पटना ने चार प्वाइंट की बढ़त ली थी। इस हाफ में पवन सहरावत ने सुपर-10 लगाया, लेकिन अपनी टीम को ऑल आउट होने से नहीं बचा सके।
पटना के लिए सुनील ने दमदार प्रदर्शन करते हुए चार टैकल प्वाइंट अपने नाम किए थे। डिफेंस में पटना को आठ प्वाइंट मिले थे तो वहीं बेंगलुरु केवल तीन ही प्वाइंट ले सकी थी।
जीत
दूसरे हाफ में भी जबरदस्त प्रदर्शन करके पटना ने हासिल की जीत
दूसरे हाफ की शुरुआत में भी पटना का जबरदस्त खेल जारी रहा और उन्होंने बेंगलुरु को दूसरी बार ऑल आउट करके अपनी बढ़त को और मजबूत किया था। मैच समाप्त होने से 10 मिनट पहले तक उनकी बढ़त 11 प्वाइंट की हो चुकी थी।
सुनील ने नौ टैकल प्वाइंट लिए जो इस सीजन किसी डिफेंडर द्वारा एक मैच में लिए गए सबसे अधिक प्वाइंट है। पहले हाफ के 10 प्वाइंट के बाद पवन एक भी प्वाइंट नहीं ले सके।