कंधे की चोट से जूझ रहे शॉ मिस कर सकते हैं न्यूजीलैंड दौरा
क्या है खबर?
16 महीने पहले भारत के लिए अपने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले पृथ्वी शॉ फिलहाल भारतीय टीम में वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेलने वाले शॉ अक्टूबर 2018 के बाद दोबारा भारतीय टीम में शामिल नहीं हो सके हैं।
शॉ ऑस्ट्रेलिया दौरे से चोटिल होने के कारण वापस आ गए थे और अब न्यूजीलैंड दौरे से पहले एक बार फिर वह चोटिल हो गए हैं।
चोट
तीन हफ्तों के लिए बाहर हुए हैं शॉ
मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में खेलते समय ने फील्डिंग करते समय अपना बांया कंधा चोटिल कर लिया था।
इसके बाद शॉ ने मुंबई के लिए दूसरी पारी में बल्लेबाजी भी नहीं थी और फिर उन्हें नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) भेज दिया गया था।
शनिवार को हुई MRI स्कैन के बाद शॉ के तीन हफ्तों तक मैदान से दूर रहने की पुष्टि हुई है।
उम्मीद की जा रही है कि वह भारत ए के लिए न्यूजीलैंड ए के खिलाफ खेलेंगे।
उम्मीद
चार दिवसीय मुकाबलों में खेल सकते हैं शॉ
भारत ए की टीम न्यूजीलैंड दौरे पर जाने वाली है जहां वे दो चार दिवसीय मुकाबले खेलेंगे।
30 जनवरी से 10 फरवरी के बीच दोनों मुकाबले खेले जाने हैं। 14 फरवरी से भारतीय क्रिकेट टीम एक तीन दिवसीय अभ्यास मैच खेलेगी।
ऐसी उम्मीद की जा रही है कि शॉ इन दोनों चार दिवसीय मुकाबलों में खेलेंगे, लेकिन उनके लिए भारतीय टीम में अपनी जगह बना पाना बेहद मुश्किल होगा।
सवाल
शॉ की लाइफस्टाइल और रवैये पर उठ रहे हैं सवाल
एक सूत्र के मुताबिक शॉ की लाइफस्टाइल ही उनके लिए समस्या खड़ी कर रही है। इसके अलावा उनके खराब व्यवहार की लिस्ट की काफी लंबी होती जा रही है।
सूत्र के मुताबिक, "मुंबई के टीम मैनेजर शॉ से काफी गुस्सा थे और उन्होंने एक घटना को रिपोर्ट किया था। मैं उस घटना की डिटेल नहीं देन चाहूंगा। किसी को शॉ से काफी खुला और गंभीर बात करने की जरूरत है।"
जानकारी
12 जनवरी को होगी भारतीय टीम की घोषणा
न्यूजीलैंड दौरे के लिए भारतीय टीम की घोषणा 12 जनवरी को होनी है। भारत वहां पर पांच टी-20, तीन वनडे और दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेलने वाला है। दौरे की शुरुआत 24 जनवरी से होगी।
उतार-चढ़ाव
काफी तेजी से उभरे, लेकिन अब मुश्किल में दिख रहे हैं शॉ
20 वर्षीय शॉ ने लोकल स्कूल टूर्नामेंट में 330 गेंदों में 546 रनों की पारी खेलकर लाइमलाइट हासिल की थी।
इसके बाद वह दलीप ट्रॉफी डेब्यू में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बने। शॉ ने अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 विश्व कप भी जिताया।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चोटिल होने और फिर आठ महीने के डोपिंग बैन से वापसी करने के बाद उन्होंने फर्स्ट-क्लास क्रिकेट का पहला दोहरा शतक लगाया।
फिलहाल वह चोट के कारण फिर जूझ रहे हैं।