टेस्ट चैंपियनशिप: टूर्नामेंट के दूसरे संस्करण में बदला जाएगा प्वाइंट देने का सिस्टम
क्या है खबर?
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) द्वारा 2019 में शुरु की गई विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पहले संस्करण का फाइनल 18 जून से खेला जाना है। टूर्नामेंट का पहला संस्करण कोरोना वायरस के कारण प्रभावित रहा और इसके प्वाइंट सिस्टम को लेकर भी काफी बहस हुई थी।
टूर्नामेंट का दूसरा संस्करण शुरु होने से पहले ही ICC ने साफ कर दिया है कि अब इसमें प्वाइंट देने के सिस्टम को बदला जाएगा।
बयान
ICC के अंतरिम CEO ने दी जानकारी
ICC के अंतरिम CEO ज्यॉफ अलर्डिस ने कहा कि दूसरे संस्करण में सीरीज की बजाय टीमों को प्रति मैच के हिसाब से प्वाइंट दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा, "हम प्रति टेस्ट के हिसाब से प्वाइंट्स को फिक्स कर सकते हैं तो इससे फर्क नहीं पड़ेगा कि क्या सीरीज दो मैचों की है या फिर पांच मैचों की। ऐसा करने से हर टेस्ट मैच के लिए प्वाइंट्स एक बराबर होंगे। हालांकि, सभी टीमों को अंक प्रतिशत से ही आंका जाएगा।"
प्वाइंट सिस्टम
वर्तमान संस्करण में ऐसा था प्वाइंट सिस्टम
वर्तमान संस्करण में एक सीरीज के लिए अधिकतम 120 प्वाइंट्स थे। पांच मैचों की सीरीज में जीत के लिए 24 तो वहीं दो मैचों की सीरीज के लिए जीत पर 60 प्वाइंट्स मिले रहे थे।
हालांकि, कोरोना के कारण कई सीरीज पूरी नहीं हो सकी थी और इस कारण ICC को प्वाइंट्स सिस्टम में और बदलाव करना पड़ा था।
टीमों द्वारा हासिल किए गए प्वाइंट्स का अंक प्रतिशत जोड़ा जाने लगा था।
बदलाव
कोरोना के कारण बीच में करना पड़ा प्वाइंट सिस्टम में बदलाव
नया संस्करण डेढ़ महीने में शुरु होगा और हमने वर्तमान संस्करण पर निगाह लगाई और प्वाइंट्स सिस्टम में कुछ बदलाव किया जाएगा।
उन्होंने कहा, "इस संस्करण में एक कठिनाई आई कि कोरोना के कारण कई टीमें अपनी पूरी छह सीरीज नहीं खेल सकीं। टीमों द्वारा खेली गई सीरीज की संख्या अलग-अलग थी और इसी कारण हमें प्वाइंट्स सिस्टम में बदलाव करना पड़ा। हम नहीं चाहते थे कि नहीं खेली गई सीरीज का अधिक असर पड़े।"
रवि शास्त्री
टेस्ट चैंपियनशिप के लिए बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल चाहते हैं शास्त्री
भारतीय टीम के हेडकोच रवि शास्त्री ने कहा था कि टेस्ट चैंपियनशिप का चैंपियन पाने के लिए तीन मैचों की सीरीज कराई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा था, "लंबे समय के लिए यदि वे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं, तो बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल उपयुक्त होगा। विश्व भर में क्रिकेट के ढाई साल के बाद बेस्ट ऑफ थ्री सीरीज के जरिए विजेता का फैसला कर पाना सही रहेगा।