अपना सपना पूरा करने के करीब भी नहीं पहुंचा हूं- यशस्वी जायसवाल
क्या है खबर?
भले ही भारतीय टीम ICC अंडर-19 विश्व का खिताब नहीं जीत सकी, लेकिन इस टूर्नामेंट ने भविष्य के कई सितारे दिए हैं।
इन सितारों में से एक हैं ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल जिन्होंने टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाए।
भले ही उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अदभुत प्रदर्शन किया, लेकिन उन्हें लगता है कि वह भारत के लिए खेलने के अपने सपने से अभी भी काफी दूर हैं।
आइए जानते हैं कि आखिर उन्हें ऐसा क्यों लगता है।
प्रेशर
अंडर-19 विश्व कप में जायसवाल पर नहीं था कोई प्रेशर
भले ही जायसवाल पहली बार अंडर-19 विश्व कप में हिस्सा ले रहे थे, लेकिन उन्हें टूर्नामेंट की शुरुआत से ही कोई प्रेशर नहीं था।
जायसवाल के मुताबिक विजय हजारे ट्रॉफी या रणजी ट्रॉफी की तरह इस टूर्नामेंट में उन पर कोई दबाव नहीं था।
उन्होंने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "अब तक यह एक उम्र संबंधी टूर्नामेंट था, लेकिन अब मैं पुरुषों की दुनिया में हूं और मुझे पता है कि अब मुझे अपना काम दोगुनी मेहनत से करना होगा।"
बयान
फिटनेस को प्राथमिकता देना है जायसवाल का लक्ष्य
"मेरी लड़ाई दुनिया से नहीं है। यह खुद से है। कोल्ड ड्रिंक पीना मेरी बुरी आदत है और मैं इसे छोड़ने पर विचार कर रहा हूं। मुझे और फिट होना है। मैंने फिटनेस पर ज़्यादा ध्यान देना शुरु कर दिया है।"
सपना
सपना पूरा करने के लिए भटकाने वाली चीजों से दूर रहना चाहते हैं जायसवाल
भारत के लिए खेलने के अपने सपने के बारे में बात करते हुए जायसवाल ने कहा कि वह खुद को ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूर रखेंगे और भारतीय क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ने की कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा, "मैंने अपना घर छोड़ा। मैंने अपने सभी आराम छोड़ दिए ताकि वहां पहुंच सकूं जहां मैं पहुंचना चाहता हूं। मैं भारत के लिए खेलने के अपने सपने के अभी करीब नहीं पहुंचा हूं।"
राहुल द्रविड़
द्रविड़ की अहम सलाहों के लिए जायसवाल ने उन्हें दिया क्रेडिट
जायसवाल ने अपने मेंटर राहुल द्रविड़ की खूब तारीफ की क्योंकि नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) में जायसवाल के समय में द्रविड़ की सलाह ने उन्हें एक खिलाड़ी के तौर पर उभरने में काफी मदद की।
उन्होंने कहा, "उन्होंने मुझे प्लान बनाने और खेल की गति तथा टीम की जरूरत को समझने को कहा। उनकी बातें मेरे दिमाग में अभी भी ताजा हैं और इससे मुझे अपनी पारी बनाने में मदद मिलती है।"
प्रदर्शन
अंडर-19 विश्व कप में रहा जायसवाल का जलवा
बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अंडर-19 विश्व कप में एक शतक और चार अर्धशतक लगाए।
सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 105 रनों की पारी खेलकर उन्होंने भारत को फाइनल का टिकट दिलाया।
फाइनल में यशस्वी ने एक छोर संभाले रखा, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से मदद नहीं मिली।
टूर्नामेंट में उन्होंने 133.33 की औसत के साथ छह पारियों में 400 रन बनाए और सबसे ज़्यादा बाउंड्री लगाई।
रिकॉर्ड्स
जायसवाल द्वारा टूर्नामेंट में बनाए गए कुछ रिकॉर्ड्स
2004 में शिखर धवन के 505 रन बनाने के बाद जायसवाल एक अंडर-19 विश्व कप में 400 या उससे ज़्यादा रन बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज हैं।
इस टूर्नामेंट के इतिहास में जायसवाल सबसे बेहतरीन औसत के साथ रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं और इस संस्करण में 100 से ज़्यादा की औसत के साथ रन बनाने वाले वह केवल दूसरे बल्लेबाज हैं।