गौतम गंभीर के समर्थन में उतरे नितीश राणा और हर्षित राणा, कही ये दिलचस्प बात
क्या है खबर?
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में निराशजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर की बहुत आलोचना हुई है।
इसी क्रम में पूर्व भारतीय खिलाड़ी मनोज तिवारी ने गंभीर पर जमकर निशाना साधा था।
इस कठिन समय में गंभीर को नितीश राणा और हर्षित राणा के रूप में युवा भारतीय खिलाड़ियों का साथ मिला है। बता दें कि ये दोनों खिलाड़ी गंभीर की कोचिंग में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) से खेल चुके हैं।
आइए पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
आरोप
मनोज तिवारी ने गंभीर पर जमकर साधा था निशाना
तिवारी ने न्यूज-18 बांग्ला पर कहा, "गंभीर पाखंडी है। वह जो कहते हैं,वह करते नहीं हैं। कप्तान रोहित शर्मा मुंबई से हैं। अभिषेक नायर मुंबई से हैं। हर चीज में रोहित को सबसे आगे धकेल दिया गया है। जलज सक्सेना जैसे खिलाड़ी के लिए कोई भी बोलने वाला नहीं है। वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन वह चुप रहते हैं।"
उन्होंने आगे ये भी कहा कि रोहित और गंभीर के बीच कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है।
आरोप
KKR के विजेता बनने का क्रेडिट ले जाते हैं गंभीर- मनोज तिवारी
तिवारी ने कहा था कि सिर्फ गंभीर की वजह से KKR ने खिताब नहीं जीता है।
उन्होंने आगे कहा, "गंभीर ने कप्तान और मेंटर के तौर पर KKR को IPL खिताब दिलाया है। यह भी मानना होगा कि गंभीर ने अकेले KKR को जीत नहीं दिलाई थी, बल्कि हम सभी ने एक टीम के तौर पर प्रदर्शन किया था। जैक्स कैलिस, सुनील नरेन और सभी ने योगदान दिया था। ऐसा माहौल बनाया जाता है कि उसने ही सबकुछ किया।"
नितीश
आलोचना तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए- नितीश राणा
तिवारी के गभीर आरोपों के बाद नितीश ने पटलवार किया।
उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'आलोचना तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए न कि व्यक्तिगत असुरक्षाओं पर। गौती भैया उन सबसे निस्वार्थ खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्हें मैंने देखा है। वह संकट के समय में किसी अन्य की तरह जिम्मेदारी उठाते हैं। प्रदर्शन को किसी दिखावे की जरूरत नहीं है। ट्रॉफी खुद ही सब कुछ बयां कर देती हैं।'
हर्षित
गंभीर खुद से ज्यादा दूसरों के बारे में सोचते हैं- हर्षित राणा
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले हर्षित ने इंस्टाग्राम पर लिखा, 'व्यक्तिगत असुरक्षा के कारण किसी की आलोचना करना अच्छा नहीं है। गौती भैया ऐसे व्यक्ति हैं जो खुद से ज्यादा दूसरों के बारे में सोचते हैं। जब खिलाड़ी खराब खेलता है तो वह हमेशा उनका समर्थन करते हैं। उन्होंने कई मौकों पर यह दिखाया है। उन्हें इस बात का बहुत ज्ञान है कि खेल को अपने पक्ष में कैसे मोड़ना है।'