न्यूजीलैंड के क्रिकेटर डेवोन कॉनवे और फिन एलन ने केंद्रीय अनुबंध ठुकराया
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के डेवोन कॉनवे और फिन एलन ने फ्रेंचाइजी क्रिकेट को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय अनुबंध को ठुकराया है। इस बीच कॉनवे ने एक अनौपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और जनवरी में श्रीलंका के साथ होने वाले सीमित ओवरों के मैचों को छोड़कर सभी अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए खुद को उपलब्ध बताया है। बता दें कि कॉनवे और एलन दोनों को पिछले महीने अनुबंध सूची में शामिल किया गया था और अब इसमें बदलाव किया जाएगा।
कॉनवे ने NZC का जताया आभार
कॉनवे दक्षिण अफ्रीका की टी-20 लीग में जोबर्ग सुपर किंग्स के लिए खेलने के लिए तैयार हैं। कॉनवे ने अनुबंध से पीछे हटने पर कहा, "सबसे पहले मैं इस प्रक्रिया में सहयोग के लिए न्यूजीलैंड क्रिकेट को धन्यवाद देना चाहता हूं। केंद्रीय अनुबंध से दूर जाने का निर्णय मैंने सोच समझकर लिया है। मेरा मानना है कि यह इस समय मेरे और मेरे परिवार के लिए सबसे फैसला अच्छा है।"
ऐसा रहा है कॉनवे का अंतरराष्ट्रीय करियर
कॉनवे न्यूजीलैंड के तीनों प्रारूप के नियमित खिलाड़ी हैं। उन्होंने कीवी टीम से 20 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 41.58 की औसत के साथ 1,497 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने 4 शतक और 8 अर्धशतक लगाए हैं। उन्होंने 32 वनडे मैचों में 44.50 की औसत और 89.76 की स्ट्राइक रेट के साथ 1,246 रन बनाए हैं। अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने 50 मैचों में 127.76 की स्ट्राइक रेट से 1,408 रन बनाए हैं।
बिग बैश लीग में खेलते दिख सकते हैं एलन
ऐसी उम्मीद है कि एलन बिग बैश लीग (BBL) में खेलने वाले हैं, जिसके चलते उन्होंने अनुबंध से हटने का फैसला किया है। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए मशहूर एलन विश्व की तमाम टी-20 लीग में खेलते हैं। वह हाल ही में मेजर लीग क्रिकेट में हिस्सा लेते हुए दिखे थे। 25 वर्षीय एलन ने अब तक 126 टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें 29.28 की औसत और 168.60 की स्ट्राइक रेट के साथ 3,544 रन बनाए हैं।
केन विलियमसन समेत ये खिलाड़ी हो चुके हैं अनुबंध से बाहर
जून 2024 में केन विलियमसन ने भी केंद्रीय अनुबंध ठुकरा दिया था। उन्होंने अपनी कप्तानी छोड़ते हुए ये निर्णय लिया था। सबसे पहले ट्रेंट बोल्ट अनुबंध को ठुकराने वाले कीवी खिलाड़ी बने थे। हालांकि, इसके बावजूद वह टी-20 विश्व कप में खेले थे। उनके बाद लॉकी फर्ग्यूसन भी अनुबंध की सीमाओं से खुद को बाहर कर चुके हैं। न्यूजीलैंड के खिलाड़ी फ्रेंचाइजी क्रिकेट को ध्यान में रखते हुए ये फैसला ले रहे हैं।