भारत बनाम न्यूजीलैंड: ये चार कारण रहे भारत की हार के मुख्य कारण
क्या है खबर?
न्यूजीलैंड ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए बुधवार को ओल्ड ट्रैफर्ड में विश्व कप 2019 के पहले सेमीफाइनल में भारत को 18 रनों से हरा दिया।
मंगलवार को बारिश ने खलनायक की भूमिका निभाई थी जिसके कारण मैच बुधवार के लिए शिफ्ट किया गया और फिर बुधवार को बारिश दोबारा नहीं हुई तथा न्यूजीलैंड ने मुकाबला जीता।
न्यूजीलैंड लगातार दूसरी बार विश्व कप के फाइनल में पहुंच गई है तो एक नजर डालते हैं मुकाबले की अहम चीजों पर।
प्लेइंग इलेवन
शमी को प्लेइंग इलेवन में मिलनी चाहिए थी जगह
भारतीय टीम में मोहम्मद शमी को जगह नहीं दी गई थी जो कि काफी चौंकाने वाली बात थी क्योंकि शमी ने विश्व कप में अदभुत प्रदर्शन किया था।
उन्हें टीम से निकाले जाने पर काफी सवाल उठे क्योंकि वहां के कंडीशन शमी के अनुकूल थे।
दिनेश कार्तिक के रूप में विराट कोहली ने एक अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ उतरने का निर्णय लिया।
हालांकि, शमी को प्लेइंग इलेवन में रखकर भारत ज़्यादा आक्रामक हो सकता था।
रॉस टेलर
रॉस टेलर को और जल्दी करना चाहिए था आक्रमण
रॉस टेलर ने भारत के खिलाफ मुकाबले में अहम भूमिका निभाई, लेकिन उनके खेलने का अंदाज काफी कन्फ्यूजिंग था।
उन्होंने शुरुआत में सधी हुई बल्लेबाजी की और फिर बाद में तेजी से रन बनाने की कोशिश की, लेकिन वह ज़्यादा सफल नहीं हो सके।
युजवेंद्र चहल के एक ओवर के अलावा टेलर किसी गेंदबाज को अपना निशाना नहीं बना सके।
रिजर्व-डे
क्या रिजर्व-डे ने बिगाड़ा भारत का खेल?
मंगलवार को यह लग रहा था कि भारत आराम के साथ न्यूजीलैंड को 240 के अंदर रोक ले जाएगा और इस टोटल को भारत आसानी के साथ हासिल भी कर लेगा।
हालांकि, बारिश के कारण मुकाबला रिजर्व डे तक पहुंचा।
इस बात में कोई शक नहीं है बुधवार को पिच पर ज़्यादा मूवमेंट थी जिसका फायदा किवी गेंदबाजों ने जमकर उठाया।
बोल्ट और हेनरी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए चीजें काफी मुश्किल कर दीं।
एमएस धोनी
धोनी को चौथे नंबर पर भेजा जाना चाहिए था
भारत का टॉप ऑर्डर बुरी तरह ध्वस्त हो गया और पहले पॉवरप्ले की समाप्ति से पहले ही भारत के चार बल्लेबाज वापस पवेलियन लौट चुके थे।
रिषभ पंत और हार्दिक पंड्या की जोड़ी पर ऐसे मुश्किल हालात से भारत को निकालने की जिम्मेदारी दे दी गई।
हमारे हिसाब से जब लगातार विकेट गिर रहे थे तो आज धोनी को चौथे नंबर पर जरूर भेजा जाना चाहिए था।
धोनी विकेटों का गिरना रोकते तो पंड्या आखिरी में नैचुरल गेम खेल पाते।