Page Loader
IPL: स्कोर का पीछा करते हुए चेन्नई सुपरकिंग्स की चार यादगार जीत

IPL: स्कोर का पीछा करते हुए चेन्नई सुपरकिंग्स की चार यादगार जीत

लेखन Neeraj Pandey
Sep 10, 2020
06:42 pm

क्या है खबर?

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 13वां संस्करण 19 सितंबर से मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच मुकाबले के साथ शुरु होगा। पिछले साल एक रन से फाइनल हारने वाली चेन्नई अपने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की मौजूदगी में स्कोर का पीछा करते समय हमेशा मजबूत स्थिति में रहती है। एक नजर डालते हैं IPL इतिहास में चेन्नई द्वारा स्कोर का पीछा करते समय किए गए चार बेहतरीन प्रदर्शनों पर।

#1

जब छक्का लगाकर धोनी ने जिताया मैच

IPL 2008 के दौरान पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने क्विंटन डि कॉक और एबी डिविलियर्स की दमदार बल्लेबाजी की बदौलत 205 का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। दूसरी पारी में जब धोनी क्रीज पर आए तो चेन्नई 74 के स्कोर पर चार विकेट गंवा चुकी थी। 18वें ओवर में रायडू के आउट होने से पहले धोनी ने उनके साथ 101 रनों की साझेदारी की। धोनी ने आखिरी ओवर में छक्का लगाते हुए चेन्नई को मैच जिताया था।

#2

ब्रावो ने जिताया हारा हुआ मैच

IPL 2018 के ओपनिंग मैच में चेन्नई बुरी हार की कगार पर थी, लेकिन ब्रावो ने दमदार बल्लेबाजी करते हुए उन्हें हारा मैच जिता दिया। वानखेड़े में मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 165 का स्कोर बनाया था। हार्दिक पंड्या और मयंक मार्केंडे ने 84 के स्कोर पर चेन्नई के छह विकेट गिरा दिए थे। ब्रावो ने 30 गेंदों में 68 रन बनाकर चेन्नई को मैच में वापस लाया और केदार जाधव ने बाउंड्री लगाकर उन्हें मैच जिताया था।

#3

गेल पर भारी पड़ी डू प्लेसी की बल्लेबाजी

IPL 2012 के दौरान क्रिस गेल ने छह छक्के लगाते हुए 68 रन बनाए और RCB ने 205/8 का स्कोर खड़ा किया। दूसरी पारी में मुरली विजय के जल्दी आउट हो जाने के बावजूद फाफ डू प्लेसी ने तेज 71 रनों की पारी खेली। धोनी, ड्वेन ब्रावो और अल्बी मोर्कल जैसे बल्लेबाजों ने स्कोरबोर्ड को बढ़ाते रहने का काम किया। चेन्नई को आखिरी गेंद पर एक रन की जरूरत थी और रविंद्र जडेजा ने बाउंड्री लगाकर उन्हें शानदार जीत दिलाई।

#4

आखिरी ओवर में धोनी ने दिलाई जीत

IPL 2010 में चेन्नई द्वारा पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने पर किंग्स इलेवन पंजाब ने 192/3 का स्कोर बनाया था। शॉन मार्श ने 88 तो वहीं इरफान पठान ने 44 रनों की पारी अच्छी खेली थी। दूसरी पारी में चेन्नई के ओपनर्स के फेल रहे, लेकिन सुरेश रैना और बद्रीनाथ ने 62 रनों की साझेदारी की। आखिरी ओवर में चेन्नई को 16 रनों की जरूरत थी। धोनी ने एक चौका और दो छक्के लगाकर मैच जीत लिया था।