बची हुई टेस्ट सीरीज में चार तेज गेंदबाजों के साथ ही उतर सकता है भारत- कोहली
भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट ड्रा रहा। बारिश के खलल के कारण हार-जीत का फैसला नहीं निकल सका। ट्रेंट ब्रिज में खेले गए पहले मुकाबले में भारतीय टीम चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के संयोजन के साथ उतरी थी। अब बची हुई सीरीज में भी भारतीय टीम इसी गेंदबाजी संयोजन के साथ उतर सकती है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने यह संकेत दिए हैं।
सीरीज में यह टीम ही हमारा संयोजन होगी- कोहली
कप्तान कोहली ने कहा है कि अगर विकेट की परिस्थितियों में ज्यादा कोई बदलाव नहीं होगा तो मेहमान टीम इसी संयोजन के साथ उतर सकती है। मैच ड्रा होने के बाद कोहली ने कहा, "संभावना है कि ऐसे ही संयोजन (4 तेज गेंदबाज, 1 स्पिनर) के साथ आगे भी टीम खेले लेकिन हम हमेशा विकेट की परिस्थितियों और गति के हिसाब से खेलते हैं। परिस्थितियों और विकेट को ध्यान रखने की जरूरत है, लेकिन यह टीम ही हमारा संयोजन होगी।"
ठाकुर और जडेजा ने अपने चयन को सही ठहराया
पहले टेस्ट में भारत ने शार्दुल ठाकुर को अपनी प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जबकि सबसे अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को टीम से बाहर रखा। ठाकुर ने मैच में चार विकेट लिए और सहयोगी गेंदबाज का रोल निभाया। दूसरी तरफ स्पिन ऑलराउंडर जडेजा ने बल्ले से अर्धशतक लगाकर उपयोगी योगदान दिया। बता दें इससे पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत तीन तेज गेंदबाज और दो स्पिनर्स के साथ उतरा था।
हम सीरीज में मजबूत शुरुआत करना चाहते थे- कोहली
कोहली ने आगे कहा है कि वह सीरीज की शुरुआत से ही मेजबान टीम पर दबाव बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा, "पांचवें दिन हमें पता था कि हमारे पास मौके हैं। हमें निश्चित रूप से लगा कि हम खेल में शीर्ष पर हैं। उस बढ़त को हासिल करना महत्वपूर्ण था, लेकिन यह निराशाजनक है कि हम पांचवें दिन को पूरा नहीं कर सके। हम मजबूत शुरुआत करना चाहते थे और सफल रहे। हमारे इरादों ने हमें मैच में आगे रखा।"
बारिश के कारण नहीं हो सका पांचवे दिन का खेल, ऐसा रहा मैच
जो रूट (64) की बदौलत पहली पारी में इंग्लैंड 183 रन ही बना सकी थी। भारत ने पहली पारी में केएल राहुल (84) की बदौलत 95 रनों की बढ़त हासिल की थी। इंग्लैंड से ओली रॉबिंसन ने सर्वाधिक पांच विकेट लिए। दूसरी पारी में रूट (109) की मदद से इंग्लैंड ने 303 रन बनाए। बुमराह ने इस बार पांच विकेट हासिल किए। आखिरी दिन भारत को जीतने के लिए 157 रनों की जरूरत थी और उनके नौ विकेट शेष थे।