जब अंतिम गेंद पर चाहिए थी बॉउंड्री, इन बल्लेबाजों ने छक्का लगाकर दिलाई जीत
क्या है खबर?
क्रिकेट में बल्लेबाजों की कोशिश होती है कि वे ज़्यादा से ज़्यादा समय तक क्रीज़ पर बने रहकर अपनी टीम को जीत दिलाने में मदद करें।
लिमिटेड ओवर के मुकाबले में अच्छे फिनिशर बल्लेबाज की कोशिश होती है कि किसी तरह वह अपनी टीम के लिए मैच को फिनिश करे।
इसी कड़ी में एक नजर डालते हैं पांच बल्लेबाजों पर जिन्होंने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर अपनी टीम करीबी मुकाबला जिताया।
शिवनरायन चंद्रपॉल
आखिरी दो गेंदों में 10 रन बनाकर दिलाई वेस्टइंडीज को जीत
2008 में श्रीलंका के खिलाफ वेस्टइंडीज को जीत के लिए आखिरी ओवर में 13 रनों की जरूरत थी।
श्रीलंका के लिए अनुभवी चमिंडा वास आखिरी ओवर फेंक रहे थे और आखिरी दो गेंदो पर उन्हें दस रन बचाने थे।
शिवनरायन चंद्रपॉल ने पांचवीं गेंद पर चौका लगाया। अंतिम गेंद पर छह रनों की जररूत होने पर वास ने फुलटॉस फेंक दी जिस पर चंद्रपॉल ने छक्का लगाते हुए वेस्टइंडीज को मैच जिता दिया।
दिनेश कार्तिक
आखिरी गेंद पर चाहिए थे पांच रन, कार्तिक ने लगा दिया छक्का
2018 निदहास ट्रॉफी के फाइनल में भारत को बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी दो ओवरों में 34 रनों की जरूरत थी।
दिनेश कार्तिक ने आते ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी शुरु की और 19वें ओवर में रुबेल हुसैन को 22 रन जड़ दिए।
आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 12 और फिर आखिरी गेंद पर जीत के लिए पांच रनों की जरूरत थी।
कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर भारत को जीत दिला दी।
ब्रेंडन टेलर
टेलर ने बना डाले आखिरी ओवर में 17 रन
2006 में बांग्लादेश के खिलाफ जिम्बाब्वे को आखिरी ओवर में जीत के लिए 17 रनों की जरूरत थी और मशरफे मोर्तजा का सामना ब्रेंडन टेलर कर रहे थे।
दूसरी गेंद पर टेलर ने छक्का लगाया, लेकिन पांचवीं गेंद पर रन आउट के कारण जिम्बाब्वे को आखिरी गेंद पर जीत के लिए पांच रनों की जरूरत थी।
टेलर ने मिडविकेट के ऊपर से छक्का लगाते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई।
जावेद मियांदाद
छक्के से मियांदाद ने तोड़े करोड़ों भारतीयों के दिल
1986 में शारजाह में खेले गए एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान को भारत से 246 रनों का लक्ष्य मिला था।
जावेद मियांदाद शतक लगा चुके थे और पाकिस्तान ने नौ विकेट गंवा दिया था तथा उन्हें जीत के लिए आखिरी गेंद पर चार रनों की जरूरत थी।
चेतन शर्मा की फुलटॉस पर छक्का लगाते हुए मियांदाद ने केवल अपनी टीम को जीत ही नहीं दिलाई बल्कि उस शॉट से करोड़ों भारतीयों का दिल भी तोड़ दिया।
लॉन्स क्लूजनर
क्लूजनर के छक्के से जीता दक्षिण अफ्रीका
1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 11 रन चाहिए थे और उनके तीन विकेट शेष थे।
अंतिम ओवर की दूसरी गेंद पर दक्षिण अफ्रीका ने एक विकेट गंवाया और फिर जीत के लिए उन्हें आखिरी गेंद पर चार रनों की जरूरत थी।
लॉन्स क्लूजनर ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाया और अपनी टीम को दो विकेट से जीत दिलाई थी।