टोक्यो पैरालंपिक: कृष्णा नागर ने जीता स्वर्ण, बैडमिंटन में भारत को मिला चौथा पदक

टोक्यो पैरालंपिक में SH6 वर्ग के पुरुष सिंगल्स फाइनल में हांग कांग के चू मान काई को हराते हुए भारत के कृष्णा नागर ने स्वर्ण पदक पर अपना कब्जा जमा लिया है। वह इस पैरालंपिक में स्वर्ण जीतने वाले कुल पांचवें भारतीय बने हैं। नागर ने दूसरा सेट गंवाने के बाद अंतिम और निर्णायक सेट में दमदार प्रदर्शन किया और स्वर्ण अपने नाम कर लिया। मुकाबले के तीनों ही सेट काफी रोमांचक रहे।
इस तरह रहे पहले दो सेट
मैच की शुरुआत काफी कड़े मुकाबले के साथ हुई। स्कोर 5-5 और फिर 11-10 का हो गया था, लेकिन फिर नागर ने वापसी की और 21-17 से पहला सेट अपने नाम किया। दूसरे सेट में भी मुकाबला 6-6 के स्कोर पर था और प्रतियोगिता काफी कड़ी लग रही है। हालांकि, इस बार चू ने चार अंकों की बढ़त हासिल की और अंत तक उसे बनाए रखकर दूसरा सेट 21-16 से अपने नाम कर लिया।
SAI ने दी नागर को बधाई
5th 🥇 for 🇮🇳 at #Paralympics @Krishnanagar99 clinches GOLD by defeating #HKG Kai Man Chu 2-1 in a thrilling Men’s Singles SH6 Final
— SAI Media (@Media_SAI) September 5, 2021
You have fulfilled your dream with hard work determination for that, we are proud!
A well-deserved win! Keep shining 🌟#Cheer4India pic.twitter.com/yqAyVAEdMx
निर्णायक सेट में नागर ने दिखाई अपनी क्लास
तीसरे और निर्णायक सेट में नागर ने पहले 5-1 और फिर 7-2 की बढ़त हासिल कर ली थी। हालांकि, चू ने बेहतरीन वापसी करते हुए स्कोर 15-14 कर लिया था। ऐसा लग रहा था कि नागर के लिए जीत काफी कठिन हो जाएगी, लेकिन दूसरी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी ने शानदार जीत दर्ज की। नागर ने तीसरा सेट भी 21-17 के स्कोर से जीता था। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में दमदार प्रदर्शन दिखाया।
बीते शनिवार को भगत ने जीता था बैडमिंटन स्वर्ण
बीते शनिवार को भारत ने SL3 वर्ग में बैडमिंटन में एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीता था। प्रमोद भगत ने ग्रेट ब्रिटेन के डेनिएल बेथेल को सीधे सेटों में हराते हुए स्वर्ण पर कब्जा जमाया था। वह पैरालंपिक स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बने थे। मनोज सरकार ने इस वर्ग में कांस्य पदक जीता था। रविवार की सुबह सुहास एल वाई को SL4 फाइनल में हार मिली और उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा।