IPL 2020: आखिर क्यों आखिरी स्थान पर है CSK? जानिए कुछ अहम कारण
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। 11 में से आठ मुकाबले गंवा चुकी CSK अंक तालिका में अंतिम स्थान पर है और वे सीजन से लगभग बाहर हो चुके हैं। एक और हार के साथ ही उनका सीजन से बाहर होना ऑफिशियल हो जाएगा। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर किन कारणों के चलते धोनी एंड कंपनी का हाल इतना खराब रहा।
दिग्गजों का विकल्प नहीं लेना थी मैनेजमेंट की बड़ी गलती
सुरेश रैना और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी सीजन शुरु होने से पहले ही खुद को बाहर कर चुके थे। CSK मैनेजमेंट के पास दोनों खिलाड़ियों का विकल्प लेने का भरपूर समय था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं करने का निर्णय लिया जो उन्हें काफी भारी पड़ा है। खासतौर से रैना के नहीं होने का असर CSK की बल्लेबाजी में मैच दर मैच पता चलता आ रहा है। स्पिन गेंदबाजी विभाग में भी टीम काफी हल्की रही है।
टीम सिलेक्शन में भी लगातार हुई गलतियां
जब रैना और हरभजन के विकल्प साइन नहीं किए गए थे तो उम्मीद थी कि टीम में मौजूद विकल्पों को मौका मिलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। युवा खिलाड़ी नारायण जगदीशन को एक मैच में मौका मिला और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन भी किया, लेकिन दूसरा मैच खेलने के लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा। रुतुराज गायकवाड़ को भी तीन मैच में ही मौके मिले और हर मैच में उनका बल्लेबाजी क्रम अलग रखा गया।
बल्लेबाजों ने किया निराशाजनक प्रदर्शन
सीजन के पहले मुकाबले में 71 रनों की पारी खेलने वाले अंबाती रायडू ने अगली सात पारियों में केवल 181 रन ही बनाए हैं। शेन वाटसन ने भी 10 मैचों में 285 रन बनाए हैं जिसमें 83 तो एक ही पारी में आए थे। कप्तान धोनी ने सबसे अधिक निराश किया है और 10 पारियों में केवल 180 रन बना सके हैं। इस सीजन धोनी से अधिक रन तो रविंद्र जडेजा (201) ने बनाए हैं।
स्पिनर्स को धोनी ने नहीं दिए मौके
CSK के लिए इस सीजन सभी 11 मैच खेलने वाले जडेजा इकलौते स्पिनर हैं। जडेजा के अलावा पीयूष चावला ने सात और कर्ण शर्मा ने चार मुकाबले खेले हैं। भारतीय स्पिनर्स में कर्ण का प्रदर्शन चावला के मुकाबले अच्छा रहा, लेकिन उन्हें भी अधिक मैच नहीं मिले। साई किशोर ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे अधिक विकेट लिए थे और उनकी इकॉनमी पांच से नीचे थी, लेकिन स्पिन विभाग में अच्छा विकल्प होने के बावजूद उन्हें मौका नहीं मिला।
बिग हिटर्स को नहीं रखना भी थी CSK की गलती
पिछले सीजन पर्पल कैप CSK के ताहिर ने जीता था और टॉप-10 विकेट लेने वाले गेंदबाजों में CSK के तीन गेंदबाज थे। इसके अलावा चार बल्लेबाजों ने 350 से अधिक रन बनाए थे। इन सब चीजों के बीच टीम में बिग हिटर्स का नहीं होना छिप गया था। हालांकि, इस सीजन टीम को 1-2 अच्छे बिग हिटर्स की कमी काफी ज्यादा खली है। यदि ऐसे कोई खिलाड़ी होते तो शायद बात कुछ और हो सकती थी।