IPL 2020: आधा सीजन हुआ समाप्त, अब तक के मैचों से क्या निष्कर्ष निकला?
UAE में खेले जा रहे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन का आधा सफर समाप्त हो चुका है। सभी टीमों ने अब लीग चरण में सात-सात मुकाबले खेल लिए हैं। मुंबई इंडियंस (MI) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने अब तक सबसे अधिक प्रभावित किया है। कुछ टीमें अभी भी संघर्ष कर रही हैं और संतुलित प्लेइंग इलेवन नहीं खोज सकी हैं। आइए जानते हैं आधे सीजन की समाप्ति से हमें क्या निष्कर्ष मिला।
MI और DC हैं सबसे संतुलित टीमें
MI और DC इस सीजन सबसे संतुलित टीमें रही हैं और उन्होंने शुरुआत से ही एक आदर्श प्लेइंग इलेवन बना ली थी। इन दो टीमों ने अपने प्लेइंग इलेवन में ज्यादा फेरबदल नहीं किया है और टीम के सभी खिलाड़ियों ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है। दोनों टीमों ने अब तक सात में से पांच-पांच मैच जीते हैं। इनकी गेंदबाजी ही इस सीजन इनकी सबसे बड़ी ताकत रही है।
इस सीजन अलग दिख रही है RCB
हर सीजन अपनी गेंदबाजी के कारण मुश्किल में रहने वाली RCB इस सीजन काफी अलग दिख रही है। युजवेंद्र चहल ने सात मैचों में 10 विकेट लिए हैं तो वहीं इसुरु उदाना ने भी पांच मैचों में सात विकेट चटकाए हैं। विराट कोहली और एबी डिविलियर्स हमेशा की तरह अच्छी फॉर्म में हैं, लेकिन इस सीजन देवदत्त पड़िकल ने ओपनर के तौर पर अच्छे प्रदर्शन से उनका काम आसान किया है।
KXIP अब भी खोज रही आदर्श प्लेइंग इलेवन
सीजन की शुरुआत से पहले KXIP इस सीजन सबसे मजबूत टीमों में से एक मानी जा रही थी। हालांकि, केएल राहुल (387) के पास औरेंज कैप होने के बावजूद उनकी टीम सात में से छह मैच गंवाकर अंक तालिका में सबसे निचले पायदान पर है। टीम की गेंदबाजी ने काफी ज्यादा निराश किया है और इसके अलावा बल्लेबाजों ने कुछ करीबी मुकाबले हाथ से जाने दिए हैं। प्लेइंग इलेवन को लेकर जद्दोजहद अब भी जारी है।
RR और KKR ने किया है निराश
RR और KKR दोनों टीमों के पास अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन इन दोनों ने ही काफी ज्यादा निराश किया है। KKR के लिए कुछ मैचों में दिनेश कार्तिक ने कप्तानी में गलत फैसले लिए हैं और टीम में शुभमन गिल के अलावा कोई निरंतरता के साथ रन नहीं बना सका है। RR ने लगातार दो जीत के साथ सीजन शुरु किया था, लेकिन उनके भी स्टार खिलाड़ी अपने असली रंग में नहीं आ सके हैं।
तेजी से रन नहीं बना पाने के कारण मुश्किल में है CSK
CSK ने सीजन के उदघाटन मुकाबले में MI को हराकर शानदार शुरुआत दी थी, लेकिन इसके बाद टीम लगातार विफल होती गई। सभी सातों मैचों में स्कोर का पीछा करने वाली CSK केवल दो मैच ही जीत सकी है। फाफ डू प्लेसी (307) ने शानदार बल्लेबाजी की है, लेकिन उन्हें सपोर्ट नहीं मिला है। टीम को तेजी से रन बनाने वाले बल्लेबाजों की कमी खल रही है। गेंदबाजों ने अब तक काफी अच्छा काम किया है।