घरेलू क्रिकेट पर IPL की प्राथमिकता ने बढ़ाई BCCI की चिंता, जय शाह ने दी चेतावनी
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने केंद्रीय अनुबंध वाले खिलाड़ियों को बड़ी चेतावनी दे दी है।
उन्होंने पत्र लिखकर कहा है कि राष्ट्रीय टीम में चयन के लिए घरेलू क्रिकेट अभी महत्वपूर्ण मापदंड बना हुआ है।
इसमें हिस्सा नहीं लेने वाले खिलाड़ियों के लिए गंभीर परिणाम होंगे।
चेतावनी जारी करने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा है कि घरेलू क्रिकेट पर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को प्राथमिकता देने वाले खिलाड़ियों का व्यवहार चिंताजनक है।
क्यों
क्यों जय शाह को लिखना पड़ा पत्र?
केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी हार्दिक पांड्या, दीपक चाहर, श्रेयस अय्यर और ईशान किशन रणजी ट्रॉफी को छोड़कर IPL की तैयारी कर रहे हैं।
ऐसे में BCCI ने साफ कहा था कि फिट केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को घरेलू मैचों में भाग लेना होगा। इसके बावजूद खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी नहीं खेले।
बोर्ड के सचिव को इसी बात से नाराजगी हुई और उन्होंने सभी खिलाड़ियों को पत्र लिखा। उन्होंने घरेलू क्रिकेट को भारतीय क्रिकेट की रीढ़ बताया है।
कारण
इस कारण खिलाड़ियों ने बनाई घरेलू क्रिकेट से दूरी
रणजी ट्रॉफी से दूरी बनाने वाले ज्यादातर खिलाड़ी भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं और वह पूरी तरह से फिट नहीं हैं।
हालांकि, सोशल मीडिया पर इन खिलाड़ियों ने IPL की तैयारी करते हुए कई वीडियो शेयर किए हैं।
इस कारण सोशल मीडिया पर उन्हें काफी ट्रोल भी किया जा रहा है। BCCI ने इसके बाद ही इस पूरे मामले पर संज्ञान लिया है।
इसके पहले राहुल द्रविड़ ने भी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने को कहा था।
IPL
BCCI की अनदेखी को लेकर बन सकते हैं नियम
BCCI के एक सीनियर अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ''बोर्ड रणजी ट्रॉफी के 3-4 मैच में खेलना अनिवार्य कर सकता है। अगर खिलाड़ी ऐसा नहीं करता है तो वह IPL में नहीं खेल सकता है और यहां तक कि अगर उनकी फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज कर दिया तो वह IPL नीलामी में भाग नहीं ले सकते हैं।"
राज्य संघों का मानना है कि BCCI को इस संबंध में कुछ कड़े नियम बनाने चाहिए, ताकि युवा खिलाड़ी इसपर ध्यान दें।
मामला
ईशान किशन के कारण BCCI हुआ सख्त
बता दें कि ईशान ने दक्षिण अफीका दौरे पर तनाव के कारण ब्रेक की मांग की थी, जिसे BCCI ने स्वीकार कर लिया था।
उसके बाद पिछले दिनों वह हार्दिक के साथ IPL की तैयारी करते नजर आए थे। BCCI को यह उचित नहीं लगा और सचिव शाह ने स्पष्ट कर दिया था कि सभी फिट केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को घरेलू मैचों में भाग लेना होगा।
उन्होंने कहा था, "अगर आप फिट हैं तो कोई बहाना नहीं चलेगा।"