IPL 2023: इस सीजन चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए क्या अच्छा और क्या बुरा हुआ?
दुनिया की सबसे सफलतम क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को 59 दिन और 74 मैचों के बाद नया विजेता मिल गया है। सोमवार को खेले गए खिताबी मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) ने गुजरात टाइटंस (GT) को 5 विकेट से हराकर पांचवीं बार ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। फाइनल तक के सफर में CSK ने अपने प्रदर्शन से एक बार फिर गहरी छाप छोड़ी। इस दौरान टीम के लिए बहुत कुछ अच्छा घटा तो काफी कुछ बुरा भी रहा।
CSK के लिए फायदेमंद साबित हुई गायकवाड़ और कॉनवे की सलामी जोड़ी
CSK के लिए उसके सलामी जोड़ीदारों रुतुराज गायकवाड़ और डेवोन कॉनवे ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कई मैचों में अच्छी शुरुआत दी। इस सीजन दोनों ने अब तक 847 रन जोड़े। इस सीजन में यह पहले विकेट के लिए सबसे अधिक रन जोड़ने वाली दूसरी सलामी जोड़ी है। व्यक्तिगत प्रदर्शन की बात करें तो गायकवाड़ ने इस सीजन में 16 मैचों में 590 रन बनाए हैं। वहीं कॉनवे ने इस सीजन 16 मैचों में 672 रन बनाए हैं।
अजिंक्य रहाणे की नई भूमिका से मिला CSK को फायदा
भारत के अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे के लिए इस सीजन में CSK के लिए खेलने वरदान साबित हुआ है। इससे पूर्व पिछले तीन IPL सीजन 2022, 2021 और 2020 में वह क्रमशः 7, 2 और 9 मैच ही खेल पाए थे। इस बार उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में बड़ा बदलाव करते हुए आक्रामकता अपनाई और खासे सफल भी रहे। इस सीजन में उन्होंने 14 मैचों में 172.49 की शानदार स्ट्राइक रेट से 326 रन बनाकर अपना लोह मनवाया।
गेंद से हिट और बल्ले से फ्लॉप रहे स्टार ऑलराउंडर जडेजा
स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा के लिए वर्तमान IPL सीजन औसत ही रहा है। निचले क्रम पर उनकी तूफानी बल्लेबाजी टीम के लिए उपयोगी साबित होती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाया। जडेजा इस सीजन 16 मैचों में 25* के उच्च स्कोर के साथ केवल 190 रन ही बना पाए। इस दौरान उनके बल्लेबाज से एक भी अर्धशतक नहीं निकला। गेंदबाजी में उन्होंने 7.56 की इकॉनमी रेट से 20 विकेट लेकर कुछ भरपाई जरूर की।
फिनिशर की भूमिका नहीं निभा पाए धोनी
CSK के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी से तो लगभग हर सीजन में प्रभावित किया है, लेकिन इस बार वह अपनी फिनिशर की भूमिका का ठीक से निर्वहन करते दिखाई नहीं दिए। ऐसे कई अवसर आए जब टीम को धोनी की जरूरत थी और वह देर से बल्लेबाजी के लिए उतरे। इस सीजन खेले 16 मैचों में धोनी बेहद खराब प्रदर्शन के साथ केवल 104 रन ही बना पाए। उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला।
खिलाड़ियों की चोट ने बढ़ाई टीम की चिंता
CSK के लिए इस सीजन में खिलाड़ियों की चोट ने भी बड़ी समस्या पैदा कर दी। सीजन की शुरुआत से पहले ही काइल जैमीसन और मुकेश चौधरी को बाहर होना पड़ा। इन दोनों की जगह सिसांडा मगाला और आकाश सिंह को दल में शामिल किया है। हालांकि, बाद में मगाला भी चोटिल होकर बाहर हो गए। स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स चोट के चलते केवल 2 मैच ही खेल पाए। दीपक चाहर इस सीजन 10 मैच (13 विकेट) ही खेल पाए।