मोहम्मद सिराज की सजगता से पकड़ा गया सट्टेबाज, ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले किया था संपर्क
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 16वां सीजन सफलतापूर्वक आयोजित हो रहा है। लीग में अब तक 25 मुकाबले खेले जा चुके हैं।
एक ओर पूरे देश पर टी-20 का खुमार छाया हुआ है तो कई जगहों से सट्टेबाजी की खबरें भी सामने आ रही है।
हाल ही में हैदराबाद के एक जुआरी ने कथित तौर पर क्रिकेटर मोहम्मद सिराज से सट्टेबाजी के लिए संपर्क किया था। वह व्यक्ति सिराज से सूचना पाकर सट्टेबाजी से पैसा कमाना चाहता था।
रिपोर्ट
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पूर्व का है मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ड्राइवर के रूप में काम करने वाला व्यक्ति ऑस्ट्रेलिया टीम के दौरे के लिए भारतीय धरती पर उतरने से पहले सिराज से भारतीय क्रिकेट टीम के बारे में कुछ अंदरूनी जानकारी चाहता था।
इस मामले की शिकायत तेज गेंदबाज ने दौरे से पहले ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (ACU) को कर दी थी। बोर्ड ने सजगता दिखाते हुए यह जानने का निर्णय लिया कि इसके तार कहां तक जुड़े हैं।
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सिराज की सूचना से समय रहते पकड़ा गया सट्टेबाज
सिराज की सूचना को तुरंत ही ACU ने साइबर पुलिस तक पहुंचा दिया। उसके बाद पुलिस ने BCCI और ACU के साथ मिलकर काम किया और उस व्यक्ति को पकड़ लिया।
पूछताछ में खुलासा हो गया कि आरोपी ने सिराज से संपर्क किया और उनसे सट्टेबाजी के जरिए पैसे कमाने में सहायता करने के लिए मदद मांगी।
BCCI के एक सूत्र ने खुलासा किया कि वह व्यक्ति सट्टेबाज नहीं था और हैदराबाद में ड्राइवर के रूप में काम करता था।
बयान
गिरफ्तार व्यक्ति से पूछताछ जारी
BCCI के एक अधिकारी ने इस मामले में बताया, "सिराज से संपर्क करने वाला व्यक्ति सट्टेबाज नहीं था। वह हैदराबाद का एक ड्राइवर है जो मैचों पर सट्टा लगाने का आदी है। उसने सट्टे में बहुत पैसा खो दिया था और अंदर की जानकारी के लिए सिराज से संपर्क किया था।"
उन्होंने आगे कहा, "सिराज ने अपना फर्ज निभाते हुए तुरंत सूचना दी। फिलहाल वह व्यक्ति पुलिस की गिरफ्त में है और उससे पूछताछ जारी है।"
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बोर्ड ACU को लगतार कर रहा है मजबूत
BCCI ने 2013 के स्पॉट फिक्सिंग कांड के बाद अपनी ACU इकाई को और अधिक मजबूत किया है, जिससे काफी हद तक सट्टेबाजों पर लगाम लगाने में सफलता भी मिली है।
2013 के IPL स्पॉट फिक्सिंग कांड के बाद एस श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला को और चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) टीम के COO गुरुनाथ मयप्पन के साथ गिरफ्तार किया गया था।
उस मामले से बोर्ड की साख काफी खराब हुई थी और उससे अधिकारियों ने सबक लिया है।
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प्रत्येक टीम के साथ रहता है एक ACU अधिकारी
अब प्रत्येक टीम के पास एक समर्पित ACU अधिकारी है जो उसी होटल में रहता है और सभी गतिविधियों की निगरानी के लिए ग्राउंड पर भी मौजूद रहता है।
खिलाड़ियों के लिए एक अनिवार्य ACU कार्यशाला भी आयोजित की जाती है, जिसमें उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना आदि के बारे में सूचित किया जाता है।
इन सब के बावजूद अगर कोई खिलाड़ी सट्टेबाजी में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है।