भाला फेंक खिलाड़ी शिवपाल पर डोप टेस्ट में फेल होने के चलते प्रतिबंध लगा
क्या है खबर?
भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी शिवपाल सिंह को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) के अनुशासन पैनल द्वारा डोप परीक्षण में विफल होने के बाद चार साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।
शिवपाल को पिछले साल अक्टूबर में प्रतियोगिता से बाहर परीक्षण में विफल होने के कारण अस्थायी निलंबन रूप से निलंबित किया गया था। ऐसे में उनकी निलंबन की अवधि अक्टूबर 2025 तक रखने वाली है।
आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
जानकारी
शिवपाल के नमूने में मेथैंडियनोन की पुष्टि हुई
बता दें शिवपाल ने पिछले साल जापान में आयोजित हुए टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लिया था, जहां वह दूसरे क्वालिफिकेशन से आगे नहीं बढ़ सके थे। उत्तर प्रदेश के 27 वर्षीय इस एथलीट का परीक्षण ओलंपिक के बाद किया गया था, जब कोई राष्ट्रीय शिविर नहीं चल रहा था।
उनके नमूने में मेथैंडियनोन के पाए जाने की पुष्टि हुई है, जो कि NADA की प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में आता है।
लेखा-जोखा
एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जीत चुके हैं रजत
2016 में हंगरी में बुडापेस्ट ओपन एथलेटिक्स में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में शिवपाल ने स्वर्ण जीता था।
इसके बाद वह दोहा में 2019 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में चमके, जिसमें उन्होंने 86.23 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका था। वह उस प्रतियोगिता में रजत पदक जीत सके थे।
वहीं 2019 के अंत में वुहान में मिलिट्री वर्ल्ड गेम्स में उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
परिचय
शिवपाल के पिता और चाचा रह चुके हैं भाला फेंक खिलाड़ी
शिवपाल उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के धनापुर ब्लॉक के हिंगुतारगढ़ गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म 6 जुलाई 1995 को हुआ था।
दिलचस्प बात यह है कि शिवपाल के पिता रामाश्रय सिंह, चाचा शिवपूजन सिंह और जगमोहन सिंह भी भाला फेंक खिलाड़ी रह चुके हैं। उन्होंने अपने परिवार के नक्शे कदम पर चलते हुए भाला फेंक में करियर बनाया।
शिवपाल भारतीय वायु सेना में एक वरिष्ठ गैर-कमीशन अधिकारी (SNCO) के रूप में काम करते हैं।
प्रतिबंध
इस साल प्रतिबंध झेलने वाले पांचवे भारतीय प्रमुख एथलीट बने शिवपाल
तमाम प्रयासों के बावजूद भारतीय खेलों में डोपिंग के मामले कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। शिवपाल इस साल डोपिंग कोड के उल्लंघन करने वाले पांचवे प्रमुख भारतीय एथलीट बने हैं।
इनसे पहले डोपिंग रोधी एजेंसी ने टोक्यो ओलंपियन कमलप्रीत कौर, क्वार्टर-मिलर एमआर पूवम्मा, स्प्रिंटर एस धनलक्ष्मी और डिस्कस थ्रोअर नवजीत कौर ढिल्लों पर प्रतिबंध लगा दिया था।