भारतीय क्रिकेटर हार्दिक और क्रुणाल के पिता का निधन, क्रुणाल ने छोड़ी मुश्ताक अली ट्रॉफी
भारतीय क्रिकेटर्स हार्दिक और क्रुणाल पंड्या और उनके परिवार के लिए एक दुखद खबर है। दरअसल, स्टार क्रिकेटर्स के पिता हिमांशु पंड्या का दिल का दौरा पड़ने के कारण देहांत हो गया है। पिता की मौत के बाद क्रुणाल पंड्या ने भी घर लौटने का निर्णय लिया है। क्रुणाल ने वड़ोदरा में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए बनाए गए बॉयो-बबल को छोड़ दिया है। वह अपने परिवार के साथ रहने के लिए अब आगे टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेंगे।
बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन ने कंफर्म की घटना
बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के CEO शिशिर हट्टांगड़ी ने ANI को बताया, "क्रुणाल पंड्या ने बबल छोड़ दिया है। यह एक निजी क्षति है। बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन हार्दिक और क्रुणाल की इस क्षति के लिए शोक व्यक्त करता है।" क्रुणाल के छोटे भाई हार्दिक पंड्या ने पहले ही मुश्ताक अली ट्रॉफी से खुद को दूर रखा था। बड़ौदा ने टूर्नामेंट के लिए क्रुणाल को अपना कप्तान भी बनाया था।
कोहली ने जताया दुख
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने ट्विटर पर लिखा, 'हार्दिक और क्रुणाल के पिता के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। उनसे कुछ मौकों पर बात हुई थी और काफी खुशदिल इंसान थे। उनकी आत्मा को शांति मिले।'
बच्चों की ट्रेनिंग के लिए कारोबार बंद करके सूरत से वड़ोदरा आए थे हिमांशु
हार्दिक और क्रुणाल के पिता हिमांशु सूरत में छोटा कार फाइनेंस का बिजनेस करते थे, लेकिन बच्चों को अच्छी ट्रेनिंग दिलाने के लिए वह कारोबार बंद करके वड़ोदरा आ गए थे। वड़ोदरा आने के बाद उन्होंने अपने दोनों बेटों को पूर्व भारतीय विकेटकीपर किरन मोरे की अकादमी में दाखिल किया था। इसी अकादमी में आने के बाद दोनों भाईयों ने क्रिकेट को गंभीरता से लेना शुरु किया था।
पहले तीन मैचों में अच्छा खेले थे क्रुणाल
क्रुणाल ने मुश्ताक अली ट्रॉफी में अब तक तीन मैच खेले थे जिनमें उन्होंने चार विकेट हासिल किए थे। उत्तराखंड के खिलाफ अपने पहले मुकाबले में उन्होंने 76 रनों की जोरदार पारी भी खेली थी। अब तक खेले अपने सभी तीनो मैच जीतने वाली बड़ौदा एलीट ग्रुप C में टॉप पर है। केदार देवधर (101) ने बड़ौदा के लिए सबसे अधिक रन और लुकमान मेरिवाला (8) ने सबसे अधिक विकेट लिए हैं।
हाल ही में हूडा ने क्रुणाल पर लगाए थे गंभीर आरोप
मुश्ताक अली ट्रॉफी शुरु होने से एक दिन पहले ही टीम के उप-कप्तान दीपक हूडा ने बड़ौदा कैंप छोड़ दिया था। उन्होंने BCA को पत्र लिखकर कैंप छोड़ने का कारण भी बताया था जिसमें क्रुणाल द्वारा दादागिरी दिखाने की बात कही गई थी। हूडा के पत्र में लिखा गया था क्रुणाल उन्हें लगातार गालियां दे रहे थे और इससे आहत होकर उन्होंने कैंप छोड़ने का निर्णय लिया है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अच्छा रहा था हार्दिक का प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया में वनडे और टी-20 सीरीज खेलने के बाद हार्दिक वापस भारत लौटे आए थे। फिलहाल वह गेंदबाजी करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे और इसी कारण उन्हें टेस्ट सीरीज की टीम में जगह नहीं मिली थी। हार्दिक ने वनडे और टी-20 सीरीज बल्लेबाज के रूप में खेली थी और वनडे सीरीज में दो बार 90 या उससे अधिक रनों की पारी खेली थी। फिलहाल वह इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज की तैयारी कर रहे हैं।