ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत: तीसरे टी-20 में स्लो-ओवर रेट के कारण भारतीय टीम पर लगा जुर्माना
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज का आखिरी मुकाबला भारतीय टीम के लिए अच्छा नहीं रहा। भारत ने पहले दो मैच जीतकर सीरीज पहले अपने नाम कर ली थी, लेकिन वे ऑस्ट्रेलिया को क्लीन स्वीप नहीं कर सके। हार के अलावा भारतीय टीम को एक और झटका लगा है क्योंकि एक बार फिर उन्हें स्लो-ओवर रेट का दोषी पाया गया है। इसके लिए भारतीय टीम पर मैचफीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।
तय समय में एक ओवर पीछे थी भारतीय टीम
08 दिसंबर को सिडनी में खेले गए आखिरी टी-20 में स्लो-ओवर रेट के कारण भारतीय टीम पर मैचफीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। मैच रेफरी डेविड बून ने तय समय तक एक ओवर कम फेंकने वाली भारतीय टीम पर यह जुर्माना लगाया है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टीम पर लगाए गए आरोपो को स्वीकार कर लिया है और इसी कारण किसी तरह की सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी है।
यह है ICC द्वारा बनाया गया नियम
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) द्वारा बनाए गए कोड ऑफ कंडक्ट में खिलाड़ी और खिलाड़ियों का सपोर्ट स्टॉफ भी आते हैं। इसके आर्टिकल 2.22 के अंतर्गत स्लो-ओवर रेट के अपराध आते हैं। इस नियम के तहत किसी टीम ने तय समय के अंदर के जितने ओवर कम फेंके होते हैं उसके टीम के सदस्यों को प्रति ओवर के हिसाब से मैचफीस का 20 प्रतिशत जुर्माने के रूप में देना पड़ता है। कप्तान को बैन भी किया सकता है।
पहले वनडे में भी भारत पर लगा था जुर्माना
27 नवंबर को खेले गए पहले वनडे के बाद भी भारत पर स्लो-ओवर रेट के लिए जुर्माना लगा था। उस मुकाबले में भी भारतीय टीम काफी पीछे थी, लेकिन तब भी केवल एक ओवर पीछे रहने का जुर्माना लगा था। उस समय भी कोहली ने 20 प्रतिशत मैचफीस के जुर्माने को स्वीकार कर लिया था। भारत को वनडे सीरीज 2-1 से गंवानी पड़ी थी जिसमें से पहले दो मैच उन्होंने लगातार हारे थे।
भारत ने 2-1 से अपने नाम की थी टी-20 सीरीज
भारतीय टीम ने पहले दो टी-20 जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली थी, लेकिन आखिरी टी-20 में उन्हें हार झेलनी पड़ी थी। टी नटराजन ने भारत के लिए सबसे अधिक छह विकेट झटके थे।