भारत बनाम पाकिस्तान: टी-20 में दोनों टीमों के बीच इन बल्लेबाजों ने खेली हैं सर्वोच्च पारी
टी-20 विश्व कप 2024 में भारतीय क्रिकेट टीम अब पाकिस्तान क्रिकेट टीम से 9 जून को भिड़ेगी। इस संस्करण में भारत ने अपने पहले मैच में आयरलैंड को 8 विकेट से हराया है, जबकि पाकिस्तान को अपने पहले मुकाबले में अमेरीका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में न्यूयॉर्क के नसाउ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत रोमांचक होने की उम्मीद है। इस बीच दोनों टीमों के बीच मैचों की सर्वोच्च पारियों पर नजर डालते हैं।
गौतम गंभीर (75 रन, 2007)
पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने 2007 में जोहान्सबर्ग में पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 विश्व कप फाइनल में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। बाएं हाथ के इस पूर्व बल्लेबाज ने 54 गेंदों पर 8 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 75 रन बनाए थे। उनकी पारी की बदौलत भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 157/5 का स्कोर बनाया था। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने इस मैच को 5 रन से जीत लिया था।
विराट कोहली (78* रन, 2012)
विराट कोहली ने 2012 में कोलंबो में टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में जोरदार पारी खेली थी। लक्ष्मीपति बालाजी की उम्दा गेंदबाजी (3/22) के सामने पाकिस्तान की टीम 128 रन पर आउट हो गईथी। जवाब में 1 रन के स्कोर पर भारत ने गंभीर का विकेट खो दिया था। इसके बाद कोहली ने 61 गेंदों में नाबाद 78* रन (8 चौके और 2 छक्के) की पारी खेली और भारत ने 8 विकेट से जीत दर्ज की।
मोहम्मद रिजवान (79* रन, 2021)
मोहम्मद रिजवान ने 2021 के टी-20 विश्व कप में 79* रन की पारी खेलकर प्रभावित किया था। दुबई में खेले गए मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 151/7 का स्कोर बनाया था। जवाब में रिजवान ने 55 गेंदों में नाबाद 79 रन बनाकर पाकिस्तान को 10 विकेट से जीत दिलाई थी। उन्होंने 6 चौके और 3 छक्के लगाए थे। उन्होंने बाबर आजम के साथ 152 रन की अटूट साझेदारी की थी।
विराट कोहली (82* रन, 2022)
टी-20 विश्व कप 2022 के भारत-पाकिस्तान मैच में कोहली ने टी-20 इतिहास की उल्लेखनीय पारी खेली थी। मेलबर्न में खेले गए मैच में जीत के लिए मिले 160 रनों का पीछा करते हुए भारत ने एक समय 31 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे। संकट की घड़ी में कोहली ने 53 गेंदों पर नाबाद 82 रन बनाए। उनकी बदौलत भारत ने आखिरी 18 गेंदों पर 48 रन बटोरते हुए जीत हासिल की थी।