ICC नॉकऑउट मैचों में भारत और इंग्लैंड का एक दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन कैसा रहा है?
टी-20 विश्व कप 2022 के दूसरे सेमीफाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम का सामना इंग्लैंड से गुरुवार (10 नवंबर) को होना है। भारत ने ग्रुप-2 में अपने चार मैच जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया है जबकि इंग्लैंड ने ग्रुप-1 में अपने तीन मैच जीतकर अंतिम-चार में जगह बनाई है। इंग्लिश टीम का एक मैच बारिश के कारण नहीं खेला जा सका था। इस बीच ICC टूर्नामेंट के नॉकआउट में भारत और इंग्लैंड के बीच हुए मैचों पर एक नजर डालते हैं।
1983 के विश्व कप का सेमीफाइनल
साल 1983 विश्व कप के सेमीफाइनल में 60 ओवरों के मैच में भारत ने मेजबान इंग्लैंड को छह विकेट से हरा दिया था। उस मुकाबले में इंग्लैंड ने पहले खेलते हुए 213 रन बनाए थे। भारत से कपिल देव ने 35 रन देकर तीन विकेट लिए थे। जवाब में संदीप पाटिल (51*) और यशपाल शर्मा (61) ने अर्धशतक लगाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं मोहिंदर अमरनाथ ने भी 46 रनों का योगदान दिया था।
1987 में इंग्लैंड ने भारत को हराया
साल 1987 के वनडे विश्व कप का दूसरा सेमीफाइनल मैच वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया, जिसमें इंग्लिश टीम ने 35 रन से जीत दर्ज की थी। उस मैच में सलामी बल्लेबाज ग्राहम गूच के शतक (115) की मदद से इंग्लैंड ने पहले खेलते हुए छह विकेट खोकर 254 रन बना लिए थे। जवाब में भारत 45.3 ओवर में 219 रन ही बना सकी थी। भारत की ओर से मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अर्धशतक (64) लगाया था।
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत ने दर्ज की जीत
ICC नॉकआउट मैच में भारत और इंग्लैंड की आखिरी मुलाकात 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हुई थी। बारिश के कारण मैच 20-20 ओवर का कर दिया गया था। बर्मिंघम में पहले बल्लेबाजी करते हुए विराट कोहली (43) और रवींद्र जडेजा (33*) की बदौलत भारत ने सात विकेट खोकर 129 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड ने अधिकांश मैच में पकड़ बनाए रखी लेकिन अंत में लक्ष्य से चूक गई। भारत ने 5 रन से जीत दर्ज की थी।
भारत बनाम इंग्लैंड मैचों के आंकड़े
टी-20 अंतरराष्ट्रीय में अब तक दोनों टीमों के बीच 22 बार आमना-सामना हुआ है। इनमें से भारतीय क्रिकेट टीम ने 12 मैच जीते हैं और इंग्लैंड ने 10 बार बाजी मारी है। दोनों के बीच पिछले पांच मैचों में से भारत ने चार मैच जीते हैं, वहीं इंग्लैंड केवल एक मैच जीत पाया है। भारत और इंग्लैंड ने आखिरी बार 2012 में टी-20 विश्व कप में एक मैच खेला था, तब इंग्लैंड 80 रनों पर ही ढेर हो गया था।