
इंग्लैंड बनाम भारत: बल्लेबाजों के दम पर मजबूत स्थिति में भारतीय टीम, ऐसा रहा पहला दिन
क्या है खबर?
इंग्लैंड क्रिकेट टीम और भारतीय क्रिकेट टीम के बीच लीड्स में खेले जा रहे पहले टेस्ट के पहले दिन भारत की स्थिति बेहद मजबूत नजर आ रही है।
दिन का खेल खत्म होने तक टीम ने 359/3 का स्कोर बना लिया है। ऋषभ पंत (65*) और शुभमन गिल (127*) क्रीज पर डटे हुए हैं।
यशस्वी जायसवाल ने आउट होने से पहले 101 रन की शानदार शतकीय पारी खेली थी।
ऐसे में आइए पूरे दिन के खेल पर नजर डालते हैं।
लेखा-जोखा
पहले दिन का लेखा-जोखा
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले विकेट के लिए केएल राहुल और यशस्वी ने 91 रन की साझेदारी निभाई।
हालांकि, इसके बाद टीम को 2 झटके लगे। साई सुदर्शन खाता खोले बिना ही पवेलियन लौट गए।
2 विकेट गिरने के बाद गिल और यशस्वी ने पारी संभाली और 129 रन की साझेदारी की।
इसके बाद पंत और गिल के बीच 138* रनों की साझेदारी हुई। इंग्लैंड के गेंदबाज पूरे दिन कुछ खास नहीं कर पाए।
विकेटकीपर
पंत ने टेस्ट क्रिकेट में पूरे किए 3,000 रन
पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट में शानदार अर्धशतक जड़ते हुए टेस्ट करियर में 3,000 रन भी पूरे कर लिए।
उन्होंने यह मुकाम 44 टेस्ट की 76वीं पारी में हासिल किया।
पंत का यह टेस्ट करियर का 15वां और इंग्लैंड के खिलाफ चौथा अर्धशतक रहा।
खास बात यह रही कि विकेटकीपर बल्लेबाजों में पंत से तेज 3,000 रन सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट ने बनाए हैं, जिन्होंने यह आंकड़ा मात्र 63 पारियों में छू लिया था।
डेब्यू
ये अनोखे रिकॉर्ड्स किए सुदर्शन ने अपने नाम
सुदर्शन इंग्लैंड में टेस्ट डेब्यू पर शून्य पर आउट होने वाले लगातार दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले साल 2018 में हनुमा विहारी द ओवल में खाता नहीं खोल सके थे।
खास बात यह है कि सुदर्शन पिछले 25 सालों में भारत के पहले शीर्ष क्रम के बल्लेबाज (क्रम 1 से 3) हैं, जो डेब्यू टेस्ट में शून्य पर आउट हुए हैं।
1999 में देवांग गांधी मोहाली टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ बिना खाता खोले आउट हुए थे।
साल
40 साल बाद लीड्स में डेब्यू करने वाले भारतीय
सुदर्शन ने लीड्स में टेस्ट डेब्यू कर खास उपलब्धि अपने नाम की है। वह लगभग 40 साल बाद इस मैदान पर टेस्ट डेब्यू करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने हैं।
उनसे पहले यह मौका 1986 में चंद्रकांत पंडित को मिला था, जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट में डेब्यू किया था।
तब से अब तक किसी भी भारतीय खिलाड़ी को इस मैदान पर टेस्ट करियर शुरू करने का अवसर नहीं मिला था। सुदर्शन ने यह दुर्लभ रिकॉर्ड तोड़ा है।
रिकॉर्ड
यशस्वी ने तोड़ा ये बड़ा रिकॉर्ड
यशस्वी अब 24 साल की उम्र से पहले इंग्लैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा 50+ का स्कोर बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।
उन्होंने 6 बार यह कारनामा किया है।
पहले स्थान पर सचिन तेंदुलकर हैं, जिन्होंने 8 बार 50 या उससे ज्यादा का स्कोर बनाया था।
यशस्वी ने कपिल देव, रवि शास्त्री, मोहम्मद अजहरूद्दीन, दिलीप सरदेसाई और ऋषभ पंत को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 24 की उम्र से पहले 5-5 बार 50+ स्कोर बनाए थे।
उपलब्धि
यशस्वी ने ये रिकॉर्ड्स भी किए अपने नाम
यशस्वी के बल्ले से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में 5वां शतक निकला है। उन्होंने गिल और विराट कोहली की बराबरी कर ली है।
इन दोनों खिलाड़ियों के भी WTC में 5-5 शतक हैं। अब उनसे आगे सिर्फ रोहित शर्मा हैं, जिन्होंने 9 शतक लगाए थे।
23 साल की उम्र तक विदेश में सबसे ज्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाजों में यशस्वी तीसरे नंबर पर आ गए हैं। सचिन (7) पहले और सुनील गावस्कर (4) दूसरे स्थान पर हैं।
सूची
इस खास सूची में शामिल हुई यशस्वी
यशस्वी ने इस शतकीय पारी के साथ ही एक खास सूची में जगह बना ली है। वह इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट पारी में शतक जड़ने वाले 5वें भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
इससे पहले मुरली विजय (146, 2014), विजय मांजरेकर (133, 1952), सौरव गांगुली (131, 1996) और संदीप पाटिल (129*, 1982) यह कारनामा कर चुके हैं।
उन्होंने SENA (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) देशों में 500 से ज्यादा रन भी पूरे कर लिए हैं।
इतिहास
भारत के चुनिंदा कप्तानों में शामिल हुए गिल
गिल टेस्ट कप्तान के रूप में पहली पारी में शतक जड़कर इतिहास रच दिया।
वह भारत के उन चुनिंदा कप्तानों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में ही शतक लगाया।
उनसे पहले यह कारनामा विजय हजारे (1951, दिल्ली) सुनील गावस्कर (1976, ऑकलैंड) और कोहली (2014, एडिलेड) ने किया था।
हेडिंग्ले में मंसूर अली खान पटौदी (1967) और सौरव गांगुली (2002) के बाद टेस्ट शतक लगाने वाले गिल तीसरे भारतीय कप्तान बने हैं।
अंतरराष्ट्रीय
25 साल की उम्र तक सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्री शतक
25 साल की उम्र तक सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने वाले भारतीय खिलाड़ियों की सूची में गिल ने बड़ी छलांग लगाई है।
इस सूची में पहले स्थान पर हैं तेंदुलकर, जिन्होंने 25 की उम्र तक 40 शतक जड़े थे। दूसरे नंबर पर कोहली हैं, जिनके नाम 26 शतक थे।
अब गिल 15 शतकों के साथ तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। वीरेंद्र सहवाग (13) और युवराज सिंह (11) भी इस खास सूची में शामिल हैं।
पहले दिन
पहले दिन तीसरी बार भारतीय बल्लेबाजों ने लगाए 2 शतक
किसी विदेशी दौरे के पहले दिन 2 भारतीय बल्लेबाजों द्वारा सिर्फ तीसरी बार शतक लगाया गया है।
पहली बार 2001 में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ सचिन और सहवाग ने यह कारनामा किया था।
दूसरी बार 2017 में श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा ने शतक जड़े थे।
अब 2025 में यशस्वी और गिल ने यह उपलब्धि दोहराई है।
पहला दिन
विदेशी दौरों पर पहले दिन 300 से ज्यादा के स्कोर
विदेशी दौरों पर पहले दिन भारत द्वारा 300 से ज्यादा रन बनाना टेस्ट इतिहास में कुछ खास मौकों पर ही देखने को मिला है।
2017 में श्रीलंका के खिलाफ भारत ने 399/3 रन बनाए थे।
2001 में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध ब्लोमफोंटेन में 372/7 का स्कोर रहा था।
2025 में इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में टीम ने 359/3 रन बनाए।
2004 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ मुल्तान में 356/2 और 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 302/4 रन बनाए थे।