बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी, तीसरा टेस्ट: भारत की दूसरी पारी 163 रन पर सिमटी, ऑस्ट्रेलिया को आसान लक्ष्य
क्या है खबर?
इंदौर में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट के दूसरी पारी में भारतीय क्रिकेट टीम 163 रन बनाकर ऑल आउट हो गई है। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया को यह टेस्ट जीतने के लिए महज 76 रन का लक्ष्य मिला है।
दूसरी पारी में भारत से सबसे ज्यादा रन चेतेश्वर पुजारा (59) ने बनाए हैं। गेंदबाजी में नाथन लियोन ने 8 विकेट लेकर भारत को समेटने में अहम भूमिका निभाई है।
आज के खेल पर नजर डालते हैं।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बनाए 159 रन
कल के स्कोर 156/4 से आगे खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया टीम अपनी पहली पारी में 197 रन ही बना सकी थी।
ऑस्ट्रेलिया के मध्यक्रम और निचलेक्रम ने निराश किया। भारत की ओर से रविंद्र जडेजा सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 78 रन देते हुए 4 विकेट लिए।
रविचंद्रन अश्विन ने 44 रन देते हुए 3 विकेट अपने नाम किए। उमेश यादव ने अपने 5 ओवरों में 12 रन देकर 3 सफलताएं हासिल की।
पुजारा
पुजारा ने लगाया अर्धशतक
ऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाजों के सामने चेतेश्वर पुजारा ने संयम से बल्लेबाजी की और अपने टेस्ट करियर का 35वां अर्धशतक लगाया।
एक छोर से लगातार गिर रहे विकेटों के बीच उन्होंने दूसरा छोर संभाले रखा। उन्होंने 142 गेंदों का सामना करते हुए 5 चौकों और 1 छक्के की मदद से 59 रन बनाए।
पुजारा ने अपने टेस्ट करियर में अब तक 43.90 की औसत से 7,112 रन बना लिए हैं।
अय्यर
अय्यर ने खेली छोटी सी आक्रामक पारी
भारत की ओर से दूसरी पारी में कोई बड़ी साझेदारी नहीं देखने को मिली और यही कारण रहा कि मेजबान टीम बड़ा स्कोर नहीं बना सकी।
लगातार विकेटों के पतन के बीच श्रेयस अय्यर ने 27 गेंदों में 26 रन की छोटी सी पारी खेली।
उन्होंने अपनी इस पारी में 3 चौके और 2 छक्के लगाए। उन्होंने पुजारा के साथ मिलकर 5वें विकेट के लिए 35 रन की साझेदारी की।
लियोन
नाथन लियोन की घातक गेंदबाजी
नाथन लियोन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 8 विकेट हासिल किए। उन्होंने 23.3 ओवर गेंदबाजी करते हुए 64 रन दिए।
इस दौरान वह भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले स्पिन गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने मुथैया मुरलीधरन का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है।
बता दें कि पूर्व श्रीलंकाई दिग्गज ने भारत के खिलाफ 22 टेस्ट मैचों में 32.61 की औसत के साथ 105 विकेट अपने नाम किए थे।