2005 में इंग्लैंड के साथ जीती एशेज, अब यह खिलाड़ी करेगा फायरमैन की नौकरी
क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें कोई भी व्यक्ति मेहनत करके अपना करियर और जीवन दोनों बना सकता है। क्रिकेटिंग करियर खत्म होने के बाद जहां तमाम लोग क्रिकेट एक्सपर्ट, कोच या फिर कमेंटेटर बनकर अच्छी जिंदगी बिता रहे हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्हें गुमनामी भरा जीवन बिताना पड़ा रहा है। ऐसे ही एक पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर ने फायरमैन की नौकरी ज्वाइन की है और अब वह ऑन काल फायरमैन की भूमिका में दिखेंगे।
2005 में जीती थी एशेज
2005 में इंग्लैंड ने अपने घर में रोमांचक तरीके से एशेज पर अपना कब्जा जमाया था और गेरैंट जोंस भी उस टीम का हिस्सा थे। हालांकि, क्रिकेटिंग करियर खत्म होने के बाद वह एक स्कूल में अध्यापक की नौकरी करने लगे थे। हाल ही में उन्होंने फायरमैन की ट्रेनिंग पूरी की है और अब वह ऑन काल फायरमैन की भूमिका में दिखेंगे। उन्होंने यह भी साफ किया है कि यह नौकरी वह पार्ट-टाइम में करेंगे।
क्रिेकेट खेलते वक्त ही आया था यह करने का ख्याल- जोंस
जोंस ने डेली मेल से बात करते हुए कहा कि जब वह क्रिकेट खेल रहे थे तभी उन्हें यह नौकरी करने का ख्याल आया था और यह चीज लंबे समय से उनके दिमाग में चल रही थी। उन्होंने आगे कहा, "कुछ महीने पहले ही मैं अपनी कार से जा रहा था। मैंने एक बैनर देखा जिसमें लिखा था कि उन्हें फायरमैन की जरूरत है और फिर मेरे अंदर दोबारा वह उत्साह आ गया।"
पिछले हफ्ते खत्म हुई है ट्रेनिंग
जोंस ने आगे कहा, "पिछले शुक्रवार को ही मैंने अपनी ट्रेनिंग पूरी की है। बुधवार की रात से ही मैं सर्विस पर जाने के लिए तैयार हूं।"
एक हफ्ते में 50 घंटे की सर्विस के लिए रहूंगा उपलब्ध- जोंस
जोंस का अब भी कहना है कि स्कूल में पढ़ाना उनका मुख्य काम है, लेकिन इस नए काम के लिए भी वह खुद को उपलब्ध रखेंगे। उन्होंने कहा, "स्कूल मेरा पहला कार्य रहेगा, लेकिन मैं इस काम के लिए हफ्ते में 50 घंटे खुद को उपलब्ध रखूंगा। जब मैं स्कूल से आ जाउंगा तो उसके बाद से सुबह पांच बजे तक मैं स्टेशन में कॉल पर उपलब्ध रहूंगा।"
पढ़ाने का काम छोड़ने का नहीं है इरादा- जोंस
जोंस का कहना है कि पढ़ाने का काम उनका मुख्य है क्योंकि वह समाज के लिए कुछ बेहतर करना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा, "पढ़ाने का काम छोड़ने का फिलहाल मेरा कोई इरादा नहीं है। मैं अपने दोनों कामों को एक साथ बेहतर तरीके से बैठते देख रहा हूं और इससे मुझे आग से लड़ने वाली टीम का हिस्सा होने का सुख मिलेगा।" जोंस ने यह भी कहा कि पहली बार जाने पर उनका दिल धड़केगा, लेकिन वह तैयार हैं।
कौन हैं गेरैंट जोंस?
43 वर्षीय गेरैंट जोंस का जन्म पापुआ न्यू गिनी में हुआ था। 2004 में उन्होंने इंग्लैंड के लिए अपना टेस्ट और वनडे डेब्यू किया था। विकेटकीपर बल्लेबाज जोंस ने इंग्लैंड के लिए खेले 34 टेस्ट में एक शतक और छह अर्धशतक की बदौलत 1,172 रन बनाए हैं। 51 वनडे मैचों में चार अर्धशतकों की बदौलत उन्होंने 861 रन बनाए। 2012 में वह पापुआ न्यू गिनी के लिए 2012 टी-20 विश्व कप के क्वालीफायर्स मैचों में खेले थे।