छेत्री समेत सभी को करनी होगी फाइट, आई-लीग बनाम ISL और तमाम मुद्दों पर बोले स्टिमाक
भारतीय फुटबॉल टीम का कोच बनाए जाने के बाद से इगोर स्टिमाक पहली बार मीडिया से बात कर रहे थे और उन्होंनेे कहा कि हर खिलाड़ी को टीम में जगह बनाने के लिए मेहनत करनी पड़ेगी। इसके अलावा उन्होंने ISL और आई-लीग में अंतर पर भी बात की। कोच ने भारतीय टीम की जिम्मेदारी संभालने के पीछे के कारण का भी खुलासा किया। जानें, स्टिमाक ने अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में क्या कुछ कहा।
सुनील छेत्री समेत हर खिलाड़ी को टीम में जगह बनाने के लिए करनी होगी फाइट- स्टिमाक
कोच ने कहा कि भले ही सुनील छेत्री युवा खिलाड़ियों के लिए रोल मॉडल हैं और भारत के लेजेंड हैं, लेकिन उन्हें और अन्य सभी खिलाड़ियों को टीम में जगह बनाने के लिए फाइट करनी होगी। स्टिमाक ने आगे कहा, "मैं अपने खिलाड़ियों से हर रोज बात करूंगाा। मैं उनसे जानकारी लेने की कोशिश करूंगा। हम जीरो से शुरुआत करेंगे क्योंकि फुटबॉल में वर्तमान का महत्व है। भूतकाल की चीजें ज़्यादा प्रभाव नहीं डालती हैं।"
आई-लीग के पास ट्रेडिशन है जो ISL के पास नहीं है- स्टिमाक
नए कोच स्टिमाक से जब ISL और आई-लीग के अंतर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आई-लीग के पास ट्रेडिशन है जो पैसों से नहीं खरीदा जा सकता है। स्टिमाक ने कहा, "ISL टीमों के मालिक पैसा लगाते हैं तो जाहिर सी बात है उन्हें बदले में पैसा चाहिए। आई-लीग के पास एक चीज है जो ISL के पास नहीं है और वह है ट्रेडिशन जिसे पैसों से नहीं खरीदा जा सकता है।"
भारत है स्लीपिंग जॉयंट इसीलिए मैं बना भारतीय टीम का कोच- स्टिमाक
भारतीय फुटबॉल टीम का कोच बनने के पीछे के कारण के बारे में बात करते हुए स्टिमाक ने कहा कि भारत स्लीपिंग जॉयंट है और इसीलिए उन्होंने इस ऑफर को स्वीकार किया है। कोच ने आगे कहा, "हमारा काम केवल सीनियर टीम के लिए खिलाड़ी चुनना नहीं है बल्कि हम क्लब के खिलाड़ियों और मैनेजर्स से भारतीय फुटबॉल को आगे बढ़ाने के बारे में लगातार बात करते रहेंगे।"
टीम में जगह पाने के हकदार खिलाड़ियों को दूंगा मौका- स्टिमाक
स्टिमाक ने कहा कि उन्होंने पिछले सीजन पूरा ISL देखा था और उन्हें इंडियन एर्रोज के युवा खिलाड़ियों तथा अंडर-17 वर्ल्ड कप की सफलता के बारे में भी जानकारी है। कोच ने आगे कहा, "स्टीफन कोन्सेन्टाइन के अंडर 5-6 खिलाड़ियों को मौके नहीं मिले थे, लेकिन मैं उन्हें टीम में मौका देना चाहूंगा। जिन-जिन खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है उन सभी को मैं नेशनल टीम में मौका देना चाहूंगा।"