आई-लीग 2019-20: समाप्त होगा सीजन, मोहन बागान को मिलेगा खिताब
कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में फुटबॉल मैचों के आयोजन पर रोक लगा है और भारत में भी आई-लीग को रोका गया था। लॉकडाउन के 03 मई तक आगे बढ़ने के बाद अब ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने आई-लीग के इस सीजन को समाप्त करने का फैसला लिया है। सीजन रद्द होने के साथ ही मोहन बागान को चैंपियन भी घोषित किया जाएगा क्योंकि उनके पास अच्छी बढ़त थी।
समाप्त किया जाए सीजन, बागान को बनाया जाए चैंपियन
AIFF के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सुब्रता दत्ता की अगुवाई में हुई मीटिंग में ये अहम फैसले लिए गए। 2019-20 सीजन को समाप्त करते हुए मोहन बागान को चैंपियन घोषित किया जाए क्योंकि उनके पास बढ़त थी। चैंपियन को दी जाने वाली राशि के बाद शेष बचने वाली राशि को बाकी 10 टीमों के बीच बराबर बांटा जाए। 2019-20 सीजन के लिए आईलीग में रेलिगेशन नहीं होगा। सभी यूथ लीग्स को भी समाप्त कर दिया जाएगा।
पूरा होता सीजन तब भी बागान ही बनता चैंपियन
ऐसा नहीं है कि लीग समाप्त करने के कारण बागान को खिताब मिला है क्योंकि उनके पास इतने अंकों की बढ़त थी कि यदि लीग पूरी भी होती तो भी खिताब बागान ही जीतता। बागान ने लीग में 16 मैच खेले हैं जिसमें 12 में उन्हें जीत मिली है और केवल एक हार मिली है। तीन मुकाबले ड्रॉ रहे हैं और उनके कुल 39 प्वाइंट हैं। दूसरे नंबर पर मौजूद ईस्ट बंगाल के पास 16 मैचों में 23 प्वाइंट हैं।
इस साल हो सकी केवल एक ही 'कोलकाता डर्बी'
कोलकाता के दो सबसे बड़े क्लबों मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के बीच खेले जाने वाले मुकाबले को एशिया की सबसे बड़ी डर्बी मानी जाती है। इस साल हुई पहली डर्बी में बागान ने ईस्ट बंगाल को 2-1 से हराया था और इनके बीच होने वाली दूसरी डर्बी अब नहीं हो सकेगी। मोहन बागान का इंडियन सुपर लीग क्लब ATK से मर्जर हो गया है तो यह इनके बीच की आखिरी डर्बी होती।
दूसरी बार आई-लीग चैंपियन बनी बागान
बागान ने दूसरी बार आई-लीग खिताब पर अपना कब्जा जमाया है। पहली बार उन्होंने 2014-15 सीजन में इस खिताब पर अपना कब्जा जमाया था। डेम्पो ने सबसे ज़्यादा तीन बार इस खिताब को जीता है, लेकिन अब वे इस लीग का हिस्सा नहीं हैं। चर्चिल ब्रदर्स और बेंगलुरु FC भी 2-2 बार इस खिताब को जीत चुके हैं। ईस्ट बंगाल सबसे ज़्यादा चार बार लीग की रनर-अप रह चुकी है।