टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं इशांत शर्मा?
क्या है खबर?
सीनियर भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा चोट के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2020 में केवल एक मैच ही खेल सके थे।
इशांत फिलहाल चोट से उबर रहे हैं और भारतीय क्रिकेट टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया में जुड़ने के लिए बेकरार हैं।
भारतीय टीम मैनेजमेंट भी चाहता है कि टेस्ट सीरीज के लिए इशांत पूरी तरह फिट रहें।
आइए जानने की कोशिश करते हैं कि भारतीय टेस्ट टीम में इशांत का क्या महत्व है।
ऑस्ट्रेलिया दौरा
ऑस्ट्रेलिया में टीम के काफी अहम खिलाड़ी होंगे इशांत
19 साल की उम्र में पहली बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाले इशांत का यह पांचवा ऑस्ट्रेलिया दौरा होगा।
इशांत ने पहले दौरे पर ही रिकी पोंटिंग जैसे दिग्गज बल्लेबाज को बुरी तरह परेशान किया था और लगातार उन्हें आउट किया था।
विराट कोहली एंड कंपनी को यदि पिछली बार जीती गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को बचाना है तो उन्हें इशांत से काफी उम्मीदें रहेंगी।
अनुभवी इशांत टीम के लिए काफी अहम खिलाड़ी होने वाले हैं।
पुरानी गेंद
बुमराह के डेब्यू के बाद से पुरानी गेंद संभाल रहे हैं इशांत
2018 में जसप्रीत बुमराह के टेस्ट डेब्यू के बाद से इशांत ने पुरानी गेंद से गेंदबाजी की है और रिवर्स स्विंग हासिल करने की कोशिश की है।
जनवरी 2018 से अब तक इशांत ने विदेश में खेले 13 मैचों में 53 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान इशांत ने तीन बार पारी में पांच विकेट भी लिए हैं।
इशांत ने लगातार अहम मौकों पर विपक्षी टीम के बड़े बल्लेबाजों के विकेट निकाले हैं।
अच्छाई
एक ही बल्लेबाज को अधिक गेंद डालकर गलती करने पर करते हैं मजबूर
इशांत के टेस्ट करियर के शुरु के आठ साल देखें तो उनकी इकॉनमी तीन या उससे अधिक की रही है।
टेस्ट क्रिकेट में इकॉनमी अधिक मायने तो नहीं रखती है, लेकिन जब कोई गेंदबाज लगातार एक ही बल्लेबाज को ओवर की 4-5 गेंद फेंकता है तो उसका विकेट लेना आसान हो जाता है।
पिछले 5-6 सालों में इशांत की टेस्ट इकॉनमी तीन से कम हो गई है जिसका मतलब है कि वह सही लाइन पकड़कर चल रहे हैं।
एटीट्यूड
बदल चुका है इशांत का एटीट्यूड
इशांत को टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक डिफेंसिव गेंदबाज का टैग मिला था, लेकिन अब उनका एटीट्यूड बदल चुका है।
अब इशांत बल्लेबाजों पर आक्रमण करते हैं और वह लगातार कड़ी लाइन हिट करते हैं।
दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए इशांत के पास गेंद को बाहर निकालने की कला है और बीच में बेहतरीन इनस्विंगर से वह पगबाधा या क्लीन बोल्ड विकेट हासिल करने के मौके भी बनाते हैं।
रिकॉर्ड्स
टेस्ट सीरीज में ये रिकॉर्ड्स बना सकते हैं इशांत
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन टेस्ट खेलने के साथ ही इशांत भारत के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले केवल दूसरे तेज गेंदबाज बन जाएंगे।
कपिल देव भारत के लिए सबसे ज्यादा 131 टेस्ट खेलने वाले तेज गेंदबाज हैं।
297 विकेट ले चुके इशांत के पास 300 टेस्ट विकेट लेने वाला तीसरा भारतीय तेज गेंदबाज बनने का भी मौका है।
वह जहीर खान (311) को पीछे छोड़कर दूसरे नंबर पर भी आ सकते हैं।