
भारतीय हॉकी टीम ने चौथी बार जीता एशिया कप का खिताब, फाइनल में कोरिया को हराया
क्या है खबर?
भारतीय हॉकी टीम ने राजगीर में खेले गए एशिया कप के फाइनल में गत विजेता दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराते हुए चौथी बार खिताब पर कब्जा जमाया। भारत से दिलप्रीत ने सर्वाधिक 2 गोल किए। उनके अलावा सुखजीत सिंह और अमित रोहिदास ने 1-1 गोल करने में सफलता हासिल की। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया। आइए मैच के बारे में जानते हैं।
पहला हॉफ
भारत ने पहले हॉफ में दागे 2 गोल
भारतीय टीम ने आक्रामक शुरुआत करते हुए पहले ही मिनट में गोल किया। कप्तान हरमनप्रीत के बेहतरीन पास पर डी के अंदर मौजूद सुखजीत सिंह ने टॉमहॉक लगाते हुए गोल दागा। इस बीच मैच के 8वें मिनट पर भारत को पेनाल्टी स्ट्रोक मिला, जिस पर जुगराज गोल नहीं कर सके। विपक्षी गोलकीपर ने अपने दाहिनी छोर पर उम्दा बचाव किया। इसके बाद दूसरे क्वार्टर की समाप्ति से लगभग 2 मिनट पहले दिलप्रीत ने मैदानी गोल करके बढ़त को दोगुना किया।
दूसरा हॉफ
भारत ने दर्ज की जोरदार जीत
तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमों को पेनाल्टी कॉर्नर मिले, जिस पर कोई भी गोल नहीं हो सका। भारत की ओर से हो रहे लगातार आक्रामक प्रयासों के बीच दिलप्रीत ने अपना दूसरा और भारत का तीसरा गोल किया। चौथे क्वार्टर में कोरिया से सोन डेन ने पेनाल्टी कॉर्नर पर मिले मौके पर गोल किया। मैच के आखिरी मिनटों के दौरान कोरियाई खिलाड़ियों ने तेजी से कुछ प्रयास किए, लेकिन वे भारतीय रक्षापंक्ति को भेदने में नाकाम रहे।
जानकारी
भारत ने जीता अपना चौथा खिताब
भारतीय टीम ने अपना चौथा खिताब जीता। इससे पहले भारत ने इस टूर्नामेंट को 2003, 2007 और 2017 में जीता था। दूसरी तरफ कोरियाई टीम अपना छठा खिताब जीतने से चूक गई।
सफर
ऐसा रहा भारतीय टीम का सफर
भारत ने पूल-A में मौजूद जापान, चीन और कजाखस्तान को हराते हुए सुपर-4 में अपनी जगह बनाई थी। सुपर-4 में भारत ने मलेशिया और चीन के खिलाफ अपने मैच जीते, जबकि कोरिया के खिलाफ 2-2 से मैच ड्रॉ खेला। आखिरकार भारत ने कोरियाई चुनौती को पार करते हुए खिताब पर कब्जा जमाया। बता दें कि कोरिया ने सुपर-4 चरण में सिर्फ 1 जीत के सहारे (बनाम मलेशिया) फाइनल में जगह बनाई थी।