क्या रिटायरमेंट से वापसी करना चाहते हैं इरफान पठान? रैना से बातचीत में कही बड़ी बात
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने इस साल की शुरुआत में ही क्रिकेट को अलविदा कहा था और अपने लगभग 16 साल के करियर का अंत किया था। पठान संन्यास लेने के बाद मार्च में रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज़ में खेलते दिखे थे जहां उन्होंने बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया था। अब बीते शनिवार की रात में सुरेश रैना के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट पर पठान ने काफी बातचीत की और इस दौरान उन्होंने अपनी वापसी को लेकर भी बात की।
खिलाड़ियों और सिलेेक्टर्स के बीच होनी चाहिए बातचीत- पठान
बीते कुछ दिनों से रैना और पूर्व मुख्य चनयकर्ता एमएसके प्रसाद आमने-सामने हैं। रैना ने कहा था कि सीनियर खिलाड़ियों को इज्जत मिलनी चाहिए। इसी टॉपिक पर पठान ने कहा, "बातचीत होनी बहुत जरूरी है। यदि वे मेरे पास आकर कहते हैं कि पठान तुम रिटायर हो गए हो, लेकिन तुम एक साल तैयारी करो और फिर टीम में आने के काबिल रहोगे तो मैं अपना सबकुछ छोड़कर तैयारी में लग जाउंगा।"
ऐसा रहा है इरफान का क्रिकेटिंग करियर
अक्टूबर 2012 में भारत के लिए आखिरी बार खेलने वाले इरफान ने इस साल की शुरुआत में ही क्रिकेट को अलविदा कहा है। 29 टेस्ट मैचों में इरफान ने 1,105 रन और 100 विकेट अपने नाम किए हैं। 120 वनडे मैचों में इरफान ने 1,544 रन और 173 विकेट अपने नाम किए हैं। 24 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में इरफान ने 172 रन और 28 विकेट लिए हैं। 103 IPL मैचों में इरफान के नाम 1,544 रन और 80 विकेट हैं।
रैना और इरफान ने बयां किए अपने दर्द
बातचीत के दौरान दोनों खिलाड़ियों ने कहा कि भारत में 30 की उम्र में ही खिलाड़ी को टीम में आने के काबिल नहीं समझा जाने लगता है। पठान ने उदाहरण देते हुए कहा, "माइकल हसी ने 29 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू किया और जब वह रिटायर हुए तो मिस्टर क्रिकेट बन चुके थे।" इरफान और रैना दोनों ने ही कहा कि भारत में 30 की उम्र में डेब्यू करना मुमकिन नहीं है।
रैना-इरफान ने की BCCI से यह मांग
दोनों खिलाड़ियों का मानना है कि यदि कोई खिलाड़ी सिलेक्टर्स के लिए टीम में आने लायक नहीं है तो उसे कम से कम दो विदेशी लीग्स में खेलने का मौका मिलना चाहिए। रैना ने कहा, "घरेलू क्रिकेट में अब उतनी प्रतिस्पर्धा नहीं है जो इंटरनेशनल क्रिकेट को टक्कर दे सके। हमें दो विदेशी लीग्स में खेलने का मौका मिलना चाहिए।" इरफान ने कहा कि कॉन्ट्रैक्स के बाहर के सभी खिलाड़ियों को छूट मिलनी चाहिए।