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MI के कप्तान बनने पर हार्दिक पांड्या की हुई थी जमकर आलोचना, अब दिया जवाब 
हार्दिक पांड्या इस समय अच्छे फॉर्म में हैं (तस्वीर: एक्स/@IPL)

MI के कप्तान बनने पर हार्दिक पांड्या की हुई थी जमकर आलोचना, अब दिया जवाब 

Mar 16, 2025
07:38 pm

क्या है खबर?

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 में हार्दिक पांड्या को मुंबई इंडियंस (MI) का कप्तान बनाया गया था। उन्होंने रोहित शर्मा की जगह ली थी। इसके बाद उनकी जमकर आलोचना हुई थी। MI टीम के प्रशसंक उनके खिलाफ हर मैच के दौरान नारे लगाते थे। हार्दिक का प्रदर्शन भी बेहद खराब था और टीम भी नहीं जीत रही थी। हालांकि, टी-20 विश्व कप जीतने के बाद सबकुछ बदल गया। अब हार्दिक ने इस पूरे मामले पर अपनी बात रखी है।

बयान

हार्दिक ने क्या कहा?

हार्दिक ने सुपरस्टार्स नाम के शो पर कहा, "वह साल मुझे बहुत कुछ सिखाकर गया। मुझे हर हाल में लंबे समय तक अपनी जमीन पर डटे रहना था। उस युद्ध के दौरान मुझे किसी भी हाल में मैदान को नहीं छोड़ना था। मुझे यह भी एहसास हुआ था कि सब कुछ कैसे हो रहा है। मैंने ये मान लिया था कि क्रिकेट मेरा सबसे अच्छा दोस्त है और वह मुझे इससे बाहर निकालेगा।"

बोल

भगवान द्वारा लिखी गई पटकथा थी- हार्दिक 

हार्दिक ने खुलासा किया कि उनके अंदर कभी हार न मानने की इच्छाशक्ति थी, जिसने उन्हें पूरी तरह से बदल दिया। उन्होंने आगे कहा, "मैंने मेहनत किया और आगे बढ़ता रहा और मुझे लगता है कि टी-20 विश्व कप के बाद सबकुछ अच्छा हो गया। वापस आने के बाद मुझे भरपूर प्यार मिला। मैंने केवल अपना काम ईमानदारी से किया और उसका फल मुझे मिला। यह भगवान द्वारा लिखी गई पटकथा थी जो ढाई महीने में पूरी हो गई।"

IPL

IPL 2025 को लेकर क्या बोले हार्दिक?

हार्दिक ने IPL 2025 को लेकर कहा, "इस साल हमारी टीम के पास अनुभवी खिलाड़ी हैं। हमें अनुभवी गेंदबाजी आक्रमण की जरूरत थी जो हमें मिल गई है। वानखेड़े में गेंदबाजों की परीक्षा होती है। हमारी बल्लेबाजी हमेशा से मजबूत रही है।" MI के पास इस समय रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा और खुद हार्दिक जैसे ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने वाले बल्लेबाज हैं। गेंदबाजी में ट्रेंट बोल्ट, जसप्रीत बुमराह और दीपक चाहर जैसे अनुभवी तेज गेंदबाज भी हैं।

प्रदर्शन

IPL 2024 में मुंबई का ऐसा रहा था प्रदर्शन 

IPL 2024 में 5 बार की चैंपियन रही MI का सफर लीग स्टेज में समाप्त हो गया था। MI की टीम 4 मैच ही जीत सकी थी और 10 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा। टीम सिर्फ 8 अंक प्राप्त कर पाई थी और अंक-तालिका में आखिरी स्थान पर रही थी। रोहित ने 14 पारियों में 32.07 की औसत और 150 की स्ट्राइक रेट से 417 रन बनाए थे। बुमराह ने 13 मैचों में 20 विकेट लिए थे।