
IPL में स्टेडियम जाकर मैच देखना होगा महंगा, अधिक GST के कारण बढ़ेंगे टिकटों के दाम
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में अब स्टेडियम में जाकर मैच देखना प्रशंसकों की जेब पर भारी पड़ेगा। मैच की टिकटों पर वस्तु एवं सेवा कर (GST) बढ़ा दिया गया है। नई GST व्यवस्था ने IPL टिकटों को 'विलासिता की वस्तुओं' की श्रेणी में रखा गया है। अब IPL मैच जैसे आयोजनों की टिकट पर इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के साथ 40 प्रतिशत GST लगेगा, जबकि पहले यह दर 28 प्रतिशत थी। इससे दर्शकों की संख्या कम होने का खतरा रहेगा।
महंगाई
कितनी महंगी होगी IPL मैच की टिकट?
डी एंड पी एडवाइजरी के मैनेजिंग पार्टनर संतोष एन के अनुसार, GST बढ़ोतरी से IPL टिकटों की कीमतों में 10-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के लिए 1,000 रुपये के टिकट की कीमत पहले 1,280 (GST सहित) थी, अब 1,400 रुपये हो जाएगी। इसका मतलब है कि हर 1,000 रुपये के खर्च पर 120 रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। पंजाब किंग्स के CFO एलसी गुप्ता का मानना है कि कीमतों में बढ़ोतरी दर्शकों की संख्या घटा सकती है।
असर
सामान्य दर्शकों की मैच देखने के प्रति कम होगी रुचि
गुप्ता ने कहा कि GST वृद्धि के कारण सामान्य और कम समृद्ध क्षेत्रों के दर्शकों की मैच के प्रति रुचि कम हो जाएगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि किसी मैच को देखने का कुल खर्च केवल टिकट की कीमतों से कहीं अधिक है। इसमें खाने-पीने की चीज़ें, आतिथ्य सेवाएं और व्यापारिक वस्तुओं की खरीदारी भी शामिल है। इससे OTT या टेलीविजन प्रसारण जैसे अन्य प्लेटफॉर्म की तुलना में स्टेडियम में जाने के प्रति लोगों की धारणा प्रभावित होगी।
रणनीति
फ्रेंचाइजी को मूल्य निर्धारण रणनीतियों पर दोबारा करना होगा विचार
गुप्ता ने कहा कि फ्रेंचाइजी को अपनी मूल्य निर्धारण रणनीतियों पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है और शुरुआती छूट, लॉयल्टी प्रोग्राम, फैमिली पैक और घरेलू मैचों के लिए रियायती सीजन पास जैसे लचीले मॉडल तलाशने पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्टेडियमों में प्रशंसकों के समग्र अनुभव को बेहतर बनाना, उच्च लागत के बावजूद दर्शकों की उपस्थिति और जुड़ाव के स्तर को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
अन्य
PKL और ISL पर भी पड़ सकता है असर
प्रो कबड्डी लीग (PKL) और इंडियन सुपर लीग (ISL) जैसी अन्य लीगों पर उच्च GST का प्रभाव अधिक गंभीर हो सकता है। गुप्ता ने कहा कि PKL जैसे गैर-अंतरराष्ट्रीय या गैर-विशिष्ट आयोजनों के लिए प्रवेश शुल्क में भारी वृद्धि, IPL जैसी प्रमुख लीगों की तुलना में दर्शकों की संख्या पर असमान रूप से प्रभाव डालेगी, क्योंकि ब्रांड निष्ठा कम होती है और लाभ कम होता है। ऐसे में GST बढ़ोतरी सरकार से गैर मान्यता प्राप्त खेलों को अधिक प्रभावित होगी।