मैक्सवेल ने भारत दौरे पर छोड़ी गहरी छाप, विश्व कप और टी-20 सीरीज में मचाया धमाल
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल वापस ऑस्ट्रेलिया लौट गए हैं। वनडे विश्व कप 2023 से लेकर अभी चल रही टी-20 सीरीज में इस खिलाड़ी ने कमाल का प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कुछ ऐसी पारियां खेली हैं, जिससे क्रिकेट के इतिहास में उनको हमेशा याद रखा जाएगा।
कंगारू टीम को विश्व विजेता बनाने में मैक्सवेल की अहम भूमिका रही है।
ऐसे में आइए उनके आंकड़ों पर नजर डालते हैं।
दोहरा शतक
विश्व कप में जड़ दिया दोहरा शतक
विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया को सबसे मुश्किल का सामना अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ करना पड़ा था। उस मैच में टीम 91/7 विकेट गंवा चुकी थी।
लक्ष्य दूर था और मैक्सवेल के रूप में केवल एक विशेषज्ञ बल्लेबाज मैदान पर था।
जीत असंभव दिख रही थी, लेकिन उन्होंने 201* रन (21 चौकै, 10 छक्के) की पारी खेलते हुए टीम को यादगार जीत दिला थी।
वह वनडे क्रिकेट के इतिहास में ऑस्ट्रेलिया के लिए दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज थे।
आंकड़े
विश्व कप में मैक्सवेल के आंकड़े
मैक्सवेल ने विश्व कप 2023 में 9 मुकाबले खेले और इसकी 9 पारियों में 66.66 की उम्दा औसत के साथ 400 रन बनाने में कामयाब रहे।
इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 150.37 की रही। उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ दोहरा शतक लगाने के अलावा नीदरलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ भी शानदार शतकीय पारी खेली थी।
मैक्सवेल ने विश्व कप में 40 चौके और 22 शानदार छक्के भी लगाए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 201 रन था।
इतिहास
नीदरलैंड के खिलाफ रचा इतिहास
मैक्सवेल ने विश्व कप में नीदरलैंड के खिलाफ इतिहास रचते हुए वनडे विश्व कप का सबसे तेज शतक भी जमाया।
उन्होंने महज 40 गेंदों में ही शतक पूरा किया था। मैक्सवेल ने एडेन मार्करम का रिकॉर्ड तोड़ा था, जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 49 गेंदों में शतक जमाया था।
मैक्सवेल ने इस पारी में 240.91 की ताबड़तोड़ स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 44 गेंदों में ही 106 रन बना डाले थे। उन्होंने 8 चौके और 9 छक्के जमाए थे।
शतक
ऑस्ट्रेलिया को दिलाई पहली जीत
मैक्सवेल ने भारत के खिलाफ तीसरे टी-20 मैच में 104 रन की पारी खेली। ये उनके टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर का छठा शतक था।
मैक्सवेल क्रीज पर आते ही तेजी से बल्लेबाजी करने लगे थे और 47 गेंदों में अपना शतक पूरा किया।
उन्होंने 48 गेंदों में नाबाद 104 रन बनाए, जिसमें 8 चौके और इतने ही छक्के भी शामिल थे।
उनके इस शतक से ही सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को पहली जीत मिली। अब वह आखिरी 2 मैच नहीं खेलेंगे।