गौतम गंभीर ने हार के बावजूद किया ईडन गार्डन की पिच का बचाव, जानिए क्या कहा
क्या है खबर?
भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने ईडन गार्डन स्टेडियम की पिच का बचाव करते हुए कहा कि इसमें कोई खामी नहीं थी। यह बात तब सामने आई जब भारत को पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका से 30 रनों की हार झेलनी पड़ी। भारतीय टीम दूसरी पारी में 93 रनों पर सिमट गई। यह टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में उसका तीसरा सबसे कम स्कोर रहा। उसके बाद पिच के असमान उछाल और अत्यधिक टर्न की आलोचना हो रही है।
प्रशंसा
गंभीर ने की पिच क्यूरेटर की प्रशंसा
गंभीर ने कहा कि ईडन गार्डन की पिच बिल्कुल वैसी ही थी जैसी उन्होंने चाही थी। उन्होंने क्यूरेटर सुजान मुखर्जी की भी तारीफ की। गंभीर ने मैच के बाद कहा, "यह खेलने लायक नहीं थी। यह पिच बिल्कुल वैसी ही थी जैसी हमने चाही थी, और हमें यही मिला। मुझे लगता है कि यह एक ऐसी पिच है जो आपकी मानसिक मजबूती का अंदाजा लगा सकती है, क्योंकि जो अच्छे डिफेंस के साथ खेले उन्होंने रन बनाए।"
कारक
गंभीर ने मानसिक मजबूती को बताया अहम कारक
गंभीर ने तेम्बा बावुमा और वाशिंगटन सुंदर का उदाहरण दिया, जिन्होंने इसी पिच पर रन बनाए। बावुमा (55*) ने मैच का एकमात्र 40 से ज्यादा का स्कोर बनाया, जबकि सुंदर ने अपनी दोनों पारियों में 31 और 29 रन बनाए। उन्होंने कहा, "कोई भी बुरा नहीं था। अक्षर पटेल, तेम्बा, वाशिंगटन, सभी ने रन बनाए। अगर आप कहते हैं कि यह टर्निंग विकेट है, तो याद रखें कि ज्यादातर विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए थे।"
बचाव
गंभीर ने स्पिन अनुकूल पिच के भारत के अनुरोध का बचाव किया
गंभीर ने पहले दिन से ही स्पिनरों के अनुकूल पिच की मांग करने के भारत के फैसले का भी बचाव किया। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि टॉस मैच के नतीजे में अहम भूमिका न निभाए। उन्होंने कहा, "हम पहले दिन से ही स्पिनरों के अनुकूल पिच की मांग करते हैं ताकि टॉस निर्णायक न बने।" उन्होंने कहा, "यहां मुश्किल पिच का नहीं, बल्कि तकनीक, मानसिक दृढ़ता और धैर्य रखने का मामला था।"
परिणाम
दक्षिण अफ्रीका ने इस तरह दर्ज की जीत
दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनकी पहली पारी सिर्फ 159 रन पर समाप्त हुई। जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट चटकाए। जवाब में भारत की पहली पारी 189 रन पर खत्म हुई। उसे 30 रन की बढ़त मिली। दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी में बावुमा ने 55 रन की पारी खेली। हालांकि, पूरी टीम सिर्फ 153 रन ही बना सकी। भारत की दूसरी पारी में कोई बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया।