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एक बार फिर सैमसन की तरफदारी में उतरे गंभीर, कहा- टैलेंट को मौका मिलना आवश्यक

एक बार फिर सैमसन की तरफदारी में उतरे गंभीर, कहा- टैलेंट को मौका मिलना आवश्यक

लेखन Neeraj Pandey
Oct 13, 2019
06:05 pm

क्या है खबर?

संजू सैमसन ने बीते शनिवार को विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक लगाकर सनसनी मचा दी थी। इस प्रदर्शन के बाद एक बार फिर सैैमसन को गौतम गंभीर के रूप में एक पक्षकार मिला है। पूर्व भारतीय बल्लेबाज गंभीर ने सैमसन की शानदार पारी के बाद कहा कि सैमसन टैलेंट की खान हैं और उन्हें मौका जरूर मिलना चाहिए। इससे पहले भी गंंभीर ने सैमसन के पक्ष में आवाज उठाई है।

ट्वीट

टैलेंट को जरूर मिलना चाहिए मौका- गंभीर

विजय हजारे ट्रॉफी में गोवा के खिलाफ सैमसन द्वारा खेली गई धुंआधार पारी के बाद उनकी खूब चर्चा हो रही है। गंभीर ने सैमसन को घरेलू वनडे मैच में दोहरा शतक लगाने पर बधाई दी। इसके आगे गंभीर ने अपने ट्वीट में लिखा, "यह व्यक्ति टैलेंट की खान लेकर घूम रहा है और टैलेंट को मौका जरूर दिया जाना चाहिए।"

विकल्प

गंभीर ने सैमसन को बताया था पंत का विकल्प

गंभीर ने पहले कहा था कि लगातार फेल हो रहे रिषभ पंत की जगह टीम में संजू सैैमसन को शामिल किया जा सकता है। छोटे फॉर्मेट में गंभीर ने सैमसन को पंत का विकल्प भी बताया था। गंभीर ने कहा था, "रिषभ पंत को देखना हमेशा मजेदार है, लेकिन उन्हें अपनी कमजोरियों को देखना होगा क्योंकि मेरे फेवरिट संंजू सैमसन उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं।"

दोहरा शतक

संजू सैमसन ने जड़ा है सबसे तेज़ दोहरा शतक

सैमसन ने गोवा के खिलाफ सिर्फ 125 गेंदो में अपना दोहरा शतक पूरा किया और लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे तेज़ दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज़ भी बन गए। उन्होंने शिखर धवन के सबसे तेज 132 गेंदो में दोहरे शतक के रिकॉर्ड को तोड़ा। लिस्ट ए क्रिकेट में किसी भी भारतीय विकेटकीपर का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले बतौर विकेटकीपर धोनी ने नाबाद 183 रन बनाए थे।

अनदेखी

लगातार की जा रही है सैमसन की अनदेखी

17 साल की उम्र में केरला के लिए फर्स्ट-क्लास डेब्यू करने वाले सैमसन IPL में दो शतक लगा चुके हैं और उनके नाम 2,200 से ज़्यादा रन दर्ज हैं। 2017-18 रणजी ट्रॉफी में उन्होंने केवल सात मैचों में ही 627 रन बनाए थे। फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में सैमसन का औसत 37 का है। विकेटकीपिंग में भी सैमसन का रिकॉर्ड अच्छा रहा है, लेकिन फिर भी उन्हें लगातार अनदेखा किया जा रहा है।