IPL 2020: इस बार कितनी मजबूत है RCB की बल्लेबाजी? पढ़ें पूरा विश्लेषण
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) लगातार 13वें सीजन इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) खिताब को जीतने की उम्मीद में मैदान में उतरेगी। हर सीजन RCB की बल्लेबाजी दमदार रही है, लेकिन गेंदबाजी ने उन्हें हर साल नीचा दिखाया है। हालांकि, इस बार टीम ने अपन गेंदबाजी को दुरुस्त करने की कोशिश की है। एक नजर डालते हैं RCB की इस सीजन की बल्लेबाजी लाइनअप पर और देखते हैं इसकी कमजोरी और मजबूती क्या है।
टीम में मौजूद हैं चार बेहतरीन ओपनर्स
RCB के पास पार्थिव पटेल, आरोन फिंच और देवदत्त पणिकल के रूप में तीन ओपनर्स मौजूद हैं तो वहीं कप्तान विराट कोहली भी ओपनिंग में शानदार रहे हैं। कोहली ने ओपनर के तौर पर 60 पारियों में 48.73 की औसत के साथ 2,339 रन बनाए हैं और उनके पांचों शतक ओपनर के तौर पर ही आए हैं। 2018 सीजन में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले फिंच इस बार अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे।
इन पर होगी मध्यक्रम संभालने की जिम्मेदारी
154 मैचों में 4,395 रन बना चुके एबी डिविलियर्स टीम के सबसे अहम बल्लेबाजों में से एक हैं और मध्यक्रम को संभालने की जिम्मेदारी इनके कंधों पर ही होगी। RCB कोशिश करेगी कि वे ओपनिंग की जिम्मेदारी फिंच और पटेल/पणिकल को दें ताकि कोहली को नंबर तीन पर उतारा जा सके। कोहली के तीन नंबर पर आने से डिविलियर्स चार नंबर पर जाएंगे और मध्यक्रम में स्थिरता लाई जा सकेगी। जोसुआ फिलिपे भी एक विकल्प होंगे।
चार नंबर के बाद से मौजूद होंगे धुंआधार ऑलराउंडर्स
RCB ने अपनी टीम में आठ ऑलराउंडर्स रखे हैं जिसमें क्रिस मॉरिस और मोईन अली जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। शिवम दुबे के लिए भले ही पिछला सीजन अच्छा नहीं रहा था, लेकिन इस सीजन वह अपनी पूरी ताकत दिखाने के लिए बेताब होंगे। वाशिंग्टन सुंदर और पवन नेगी भी अच्छे ऑलराउंडर्स हैं जो तेजी से रन बना सकते हैं। शाहबाज अहमद और पवन देशपांडे इस सीजन का नया चेहरा होंगे।
टीम में है विशुद्ध बल्लेबाजों की कमी
RCB की टीम में विशुद्ध बल्लेबाजों की बात करें तो उनके पास तीन भारतीय और तीन विदेशी बल्लेबाज मौजूद हैं। डेल स्टेन, क्रिस मारिस और मोईन अली की मौजूदगी में RCB तीन विदेशी बल्लेबाज नहीं उतार सकेगी। भारतीय बल्लेबाजों की बात करें तो कोहली के अलावा पार्थिव या पणिकल में से कोई एक ही खेल सकेगा। निचले क्रम में ऑलराउंडर्स से तेज रन की उम्मीद तो ठीक है, लेकिन वे पारी को संभाल लेंगे इसकी गारंटी नहीं है।